फैजाबाद/अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के 80 वें जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन में शिरकत करने सीएम योगी रामनगरी अयोध्या पहुंचे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से संतों द्वारा राम मंदिर निर्माण को लेकर सरकार की भूमिका पर सवाल उठाने के जवाब में अपनी बात कही और कहा कि राम मंदिर का निर्माण जब भगवान राम चाहेंगे तब हो जाएगा।सभी राम भक्तों को धैर्य रखना चाहिए,अभी तक हमने धैर्य रखा है थोड़ा समय और धैर्य रखना है ,क्योंकि कुछ लोग अनर्गल बयान देकर माहौल खराब करना चाहते हैं.अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जोश से भरे दिखाई दिए और उन्होंने राम मंदिर निर्माण मामले पर अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और जब से हमारी सरकार आई है तब से हम ने अयोध्या का चहुँमुखी विकास किया है।
सिर्फ भाजपा की ही नहीं कोई भी सरकार होगी तो उसे देश की कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते ही निर्णय लेना होगा.यह पूरा प्रकरण देश की सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है और न्यायपालिका से बढ़कर कुछ भी नहीं हो सकता . इसलिए हम सभी को धैर्य रखने की जरूरत है। अयोध्या में आयोजित संत सम्मेलन में देश के शीर्ष संतों और राम भक्तों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने बड़ा बयान दिया। जिन्होंने बेगुनाह राम भक्तों पर गोलियां चलवाई आज वह राम मंदिर निर्माण पर सवाल उठा रहे हैं. यह जानकर अच्छा लगता है कि उनके मुंह से कम से कम राम का नाम निकला।
वहीं उन्होंने कांग्रेस के नेताओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदू समाज से धोखा करने के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि जो लोग राम मंदिर प्रकरण की सुनवाई 5 साल तक टालना चाहते हैं और उसके लिए कोर्ट में अर्जी डाल रहे हैं वही लोग भारतीय जनता पार्टी पर राम मंदिर निर्माण ना कराने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे लोगों से देश की जनता को सचेत रहना होगा। सीएम योगी ने भरे मंच से केंद्र सरकार की नीतियों का जमकर बखान किया और साल 2019 के लिए पेशबंदी करते हुए देश के संत समाज से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए समर्थन मांगा और कहा कि देश के विकास के लिए एक बार फिर संत समाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना आशीर्वाद प्रदान करें और सीएम योगी के भाषण के दौरान जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे।