लखनऊ, 11 मार्च। शिक्षा ही मनुष्य में मानवता का संचार करती है। जब छात्रों का चारित्रिक उत्कृष्टता व जीवन मूल्यों से भरपूर सर्वांगीण विकास किया जायेगा, तभी उनमें मनुष्यता का विकास संभव है अन्यथा संस्कारविहीन शिक्षा तो अधूरी शिक्षा है, जो न तो मानवता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकती है और न ही छात्रों का सर्वांगीण विकास कर सकती है। यह विचार सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने आज सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) द्वारा सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में आयोजित ‘डिवाइन एजूकेशन कान्फ्रेन्स’ में व्यक्त किये। डा. गाँधी ने अभिभावकों व छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे उत्कृष्टता के लिए पूरा प्रयास करें एवं भौतिक व सामाजिक क्षेत्रों में विकास के साथ-साथ नैतिक व चारित्रिक रूप से भी महान बनें।
‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का शुभारम्भ स्कूल प्रार्थना एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। प्रार्थना नृत्य, सर्व-धर्म प्रार्थना, विश्व एकता प्रार्थना, कव्वाली, एक्शन गीत, समूह गान जैसे आध्यात्मिक गुणों से भरपूर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सभी ने भरपूर प्रशंसा की। छात्रों द्वारा ‘विश्व संसद’ की प्रस्तुति को सभी ने खूब सराहा। इस अवसर पर वार्षिक परीक्षा, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं, साँस्कृतिक कार्यक्रमों व खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विद्यालय का गौरव बढ़ाने छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर विद्यालय की वरिष्ठ प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योति कश्यप ने कहा कि उद्देश्यपूर्ण शिक्षा का मनुष्य के ऊपर व्यापक प्रभाव होता है। समारोह के अन्त में प्रधानाचार्या श्रीमती शिवानी सिंह ने सभी आगन्तुकों व अभिभावकों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की।