नई दिल्ली, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डीडीयू का दौरा कर वहां कोविड की तैयारियों की समीक्षा की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी मांग पर अस्पताल प्रबंधन और डाॅक्टर आईसीयू बेड को 50 से बढ़ा 100 बेड करने पर सहमत हो गए हैं, इसके लिए मैं चिकित्सा निदेशक और डाॅक्टरों का आभारी हूं। सीएम ने कहा कि आईसीयू बेड की थोड़ी कमी है। हम लोग युद्ध स्तर पर एक-एक अस्पताल का दौरा कर और आईसीयू बेड बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि दिल्ली में अभी आईसीयू बेड की थोड़ी इमरजेंसी है। केंद्र सरकार प्रस्तावित अपने 750 आईसीयू बेड जितना जल्दी दे देगा, उनकी उतनी ही मेहरबानी होगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी यहां पर डीडीयू के डॉक्टर और मेडिकल डायरेक्टर से बात हुई है। मैं इनका शुक्रगुजार हूं। यहां फिलहाल कोरोना मरीजों के लिए 50 आईसीयू बेड समर्पित हैं, यहां के डॉक्टर उसे बढ़ाकर 100 आईसीयू बेड करने के लिए तैयार हो गए हैं। पूरे दिल्ली के अंदर इस समय हमारे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ बड़ी मेहनत के साथ लगे हुए हैं और बहुत अच्छी तरह से कोरोना का प्रबंधन कर रहे हैं। दिल्ली में अब स्थिति आई है कि आईसीयू बेड की थोड़ी कमी पड़ रही है। उसको भी हम लोग युद्ध स्तर पर एक-एक अस्पताल में जाकर आईसीयू बेड को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें डॉक्टरों और सभी मेडिकल स्टाफ का बहुत सहयोग मिल रहा है। मैं डीडीयू का शुक्रगुजार हूं कि वे आईसीयू बेड बढ़ाने के लिए तैयार हो गए।
मीडिया से बातचीत करते सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार से मिलने वाले 750 आईसीयू बेड अभी तक मिले नहीं है। उस दिन गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि सोमवार की शाम तक 250 बेड उपलब्ध करा दिए जाएंगे और मंगलवार शाम तक और 250 बैड बढ़ा दिए जाएंगे। उन्होंने कुल 750 बेड उपलब्ध कराने के लिए कहा था, जिनमें 500 बेड वेंटीलेटर के साथ और 250 बेड बिना वेंटिलेटर के साथ देने के लिए कहे थे। अभी हम केंद्र सरकार से आईसीयू बेड मिलने का इंतजार कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि जल्द से जल्द जल्द केंद्र सरकार से हमें यह आईसीयू बेड मिल जाएंगे। मेरा गृहमंत्री जी से निवेदन भी है कि दिल्ली में आईसीयू बेड की अभी थोड़ी इमरजेंसी है। यह आईसीयू बेड जितना जल्दी उपलब्ध करा देंगे, उनकी बड़ी मेहरबानी होगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं आज उपराज्यपाल से मिला था, हमारी कोरोना के मुद्दे पर काफी लंबी बातचीत हुई। मैं उन्हें दिल्ली में कोरोना के हालात की जानकारी देने गया था। हम दोनों को यह लगा कि वैसे तो दिल्ली के बहुत सारे लोग कोरोना को लेकर जारी दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं, लेकिन फिर भी जो कुछ लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं, फिर उनकी वजह से संक्रमण फैल जाता है। इसलिए उनके मन में थोड़ डर पैदा करने के लिए यह जरूरी है। इसी उद्देश्य से जुर्माना बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसलिए आज बिना मास्क पहन कर घर से बाहर निकलने वालों पर लगने वाले जुर्माने को 500 रुपए से बढ़ा कर 2000 रुपए कर दिया गया है। हाइकोर्ट जो भी हमें ऑर्डर, सुझाव, सलाह देगा, हाईकोर्ट के सारे आदेशों का हम शत प्रतिशत पालन करेंगे।