लखनऊ, 25 जनवरी। ‘ईश्वर, अल्लाह, वाहे गुरू, चाहे कहो श्री राम, मालिक सबका एक है, अलग-अलग हैं नाम’ की भावना से लबरेज सिटी मोन्टेसरी स्कूल की अनूठी झाँकी आज जनमानस को गणतन्त्र दिवस परेड में ‘सर्वधर्म समभाव’ का संदेश देगी। एक प्रेस वार्ता में झाँकी के विभिन्न पहलुओं से पत्रकारों को अवगत कराते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने बताया कि यह झाँकी ‘सर्वधर्म समभाव’ एवं ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की महान संस्कृति के अनुरूप मानव मात्र से प्रेम करने की प्रेरणा दे रही है एवं प्रेम, प्यार, सहयोग, सौहार्द व भाईचारा से ओतप्रोत विश्व व्यवस्था का आह्वान कर रही है।पत्रकारों से बातचीत करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. की यह झाँकी मात्र प्रदर्शन भर के लिए नहीं है अपितु इसके पीछे एक उद्देश्य है कि सम्पूर्ण मानव जाति के हृदय में प्रेम व एकता की भावना को जगाकर पृथ्वी पर आध्यात्मिक सभ्यता की स्थापना की जाये। डा. गाँधी ने कहा कि यह झाँकी जनमानस को ‘ईश्वरीय एकता’ की अवधारणा से अवगत कराती है और संदेश देती है कि सभी धर्मों की प्रार्थनाएं एक ही ईश्वर तक पहुंुचती हैं। सभी धर्म विश्व मानवता के कल्याण हेतु जनमानस को प्रेरित करते हैं।झाँकी की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए डा. गाँधी ने बताया किझाँकी के तृतीय भाग में विश्व संसद के प्रारूप के साथ भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप विश्व एकता की अपील की गई है, साथ ही संत कबीर, महात्मा गांधी, विनोबा भावे, मदर टेरेसा एवं धर्म गुरू दलाईलामा की तस्वीरोें के साथ विश्व मानवता से प्रेम करने का संदेश दिया गया है। झाँकी के अंतिम भाग में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की भव्य प्रतिमा के साथ ही उनका संदेश ‘बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत बोलो’ प्रसारित किया जा रहा है।