लखनऊ, 24 अगस्त। ‘चंद्रयान-3’ की अभूतपूर्व सफलता में सिटी मोन्टेसरी स्कूल, इन्दिरा नगर एवं महानगर कैम्पस के छात्र रहे अब्दुल्ला सुहैल के योगदान ने लखनऊ वासियों में गर्व की अनुभूति कराई है। हाई रिजोल्यूशन डेटा प्रोसेसिंग डिवीजन के वैज्ञानिक/इंजीनियर अब्दुल्ला सुहैल उन चुनिन्दा लोगों में शामिल थे जिन पर चंद्रयान-3 के लिए लैंडिंग स्थान का चयन करने की जिम्मेदारी थी। सी.एम.एस. छात्र अब्दुल्ला ने अपने उत्कृष्ट योगदान से लखनऊ को विश्व मानचित्र पर स्थापित किया है। अब्दुल्ला सुहैल के पिता श्री सुहैल अयूब जिंजिनानी ‘चंद्रयान-3’ की अभूतपूर्व सफलता में अपने पुत्र के योगदान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सी.एम.एस. का हार्दिक आभार व्यक्त किया। श्री सुहैल अयूब जिनानी ने बताया कि अब्दुल्ला अपने तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर हैं। अब्दुल्ला बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहते थे। उन्होंने सी.एम.एस. महानगर कैम्पस से बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में गणित में शत-प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके पश्चात कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी.टेक. किया। आगे चलकर उन्होंने पीसीएस क्वालिफाई किया और फिर जेएनयू से एम.टेक/पीएचडी किया। इसके बाद, अब्दुल्ला का चयन इसरो में हो गया। अब्दुल्ला सुहैल अभी भी अपने तत्कालीन शिक्षकों सुश्री रुचि भुवन जोशी एवं श्री पवन के प्रति कृतज्ञ हैं।सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने अब्दुल्ला सुहैल को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि पर हार्दि बधाई देते हुए देश की सेवा में उनकी और अधिक सफलता की कामना की। डा. गाँधी ने आगे कहा कि सीएमएस के छात्र दुनिया भर में अपने करियर में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।