नैमिष शुक्ल। पिता के आंसू उस समय दर्द से छलक पड़े जब वह अपने ही कलयुगी पुत्र व बहू के द्वारा रची साजिश का परिवार सहित शिकार हो गए उन्होने कराहते हुए अपने अपने दर्द को इस तरह बया किया । आपको बताते चले कि थाना खैराबाद के मोहल्ला कमाल सराय के रहने वाले सुरेश कुमार अपने 07 लोगो के परिवार का भरण पोषण चाट का ठेला लगाकर किसी तरह करते हैं इसके अलावा आय का कोई जरिया भी नही है इन्होंने 10 मार्च सन 2018 को अपने छोटे बेटे इशांत की शादी कनक पुत्री रामऔतार से बिसवा में दहेज रहित शादी समारोह में की लेकिन उस परिवार पर दहेज व घरेलू हिंसा का मुकदमा भी उन्ही के बेटे बहु ने दर्ज करवा दिया।
जबकि दहेज रहित शादी समारोह प्रमाण पत्र भी थाना खैराबाद में दिया गया शादी के बाद से ही ईशांत अपनी पत्नी के साथ अलग उसी मकान में रह रहे है लेकिन ईशांत उसी मकान में अकेला रहना चाहता है उसकी माँग है कि अगर यह नही मकान खाली किया तो नया प्लाट व पचास हजार रुपये दिए जाय उसको रहने के लिए दूसरा बना मकान भी दिया जा रहा है जबकि उसका पिता कहता है कि मेरा दुख दर्द सुनने वाला कोई नहीं मैं अपना अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करता हूँ ईश्वर ही जानता है अधिकारियों को मिलते मिलते प्रार्थना पत्र देते देते थक गया हूँ मेरे साथ न्याय किया जाय मेरी बुढापे की केवल एक ही दर्द है कि मेरी बेटी की किसी तरह से शादी हो जाय ।इसी वजह से बेटे व बहू के परेशान करने से मेरी पत्नी का ब्लड प्रेशर भी हाई हो गया है जिससे उनको जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है मैं भी हार्ट पेशेंट हूँ मेरा दिल बहुत घबराता है क्या करू यह लोगों के बहकावे में है इसीलिए मेरे पुत्र ने हम लोगो को इतना मारा पहले भी जिला अस्पताल में भर्ती रहा आज मेरी पत्नी की घबराहट कम नही हो रही हैं डरी हुई है । पुलिस भी मेरे साथ न्याय नही कर रही ।
थाना खैराबाद की पुलिस इस परिवार के साथ न्याय क्यो नही कर पा रही यह बहुत बड़ा सवालिया निशान पुलिस पर बनता केवल एक ही पक्ष की सुनकर कार्यवाही करना कहा का न्याय है ।सुरेश कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित पक्ष के प्रार्थना पत्र को गम्भीरता से लेते हुए उसी समय थानाध्यक्ष खैराबाद को सख्त हिदायत भी दी थी कि मामले को सही ढंग से निस्तारित करे लेकिन ऐसा हुआ नही।