कन्हैया लाल यादव /बलरामपुर। राजपरिवार के मुखिया महाराजा धर्मेन्द्र प्रसाद सिंह की अंतिम यात्रा शाही रीति रिवाज से नील बाग पैलेस से निकली गयी। नगर के प्रमुख मार्गो से भ्रमण करते हुए राप्ती नदी के तट पर स्थित राजघाट पर कुवंर जयंत प्रसाद सिंह ने पुत्र धर्म का पालन करते हुए वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच अंतिम संस्कार किया अंतिम संस्कार के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जय प्रताप सिंह सहित पूर्व व वर्तमान मंत्री सांसद विधायक जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में जनता मौजूद रहे।
महाराजा बलरामपुर धर्मेंद्र प्रसाद सिंह के आकस्मिक निधन की खबर फैलते ही अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ आपने कबीना मंत्री और सांसद विधायकों के साथ पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित कर शोकाकुल परिवार को सांत्वना देखते हुए गहरा दुख व्यक्त किया सोमवार को देर शाम महाराजा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास नील बाग पैलेस लाया गया जहां पर भारी संख्या में आम जनमानस के लोगों ने पहुंच कर पुष्पांजलि देकर अंतिम दर्शन किया मंगलवार को शाहिद परंपरा के अनुसार महाराजा धर्मेंद्र प्रसाद सिंह का अंतिम शव यात्रा नील बाग पैलेस से गाजे-बाजे के साथ निकाली गई नगर के हृदयस्थली वीर विनय चौक पर पूर्व मंत्री डॉक्टर एस पी यादव पूर्व विधायक राम सागर अकेला तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला गैसड़ी विधायक शैलेंद्र सिंह शैलू पूर्व विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू नगर चेयरमैन प्रतिनिधि शहबान अली सपा महासचिव इकबाल जावेद नगर के व्यापारियों सहित भारी संख्या में आम नागरिकों ने सर यात्रा पर पुष्प वर्षा कर अंतिम विदाई दी काफिला नगर के प्रमुख मार्ग से भ्रमण करते हुए सिटी पैलेस पहुंचा जहां पर भारी संख्या में महिला और पुरुषों ने पुष्पांजलि दी महारानी लाल कुंवर विश्वविद्यालय के प्रांगण में विद्यालय परिवार अध्यापक और छात्रों ने अश्रुपूरित नेत्रों से दिवंगत महाराज को अंतिम विदाई दी महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद के स्टेचू हाल से होते हुए काफिला अपने गंतव्य राप्ती नदी के तट परिस्थिति राजघाट के लिए रवाना हो गया रास्ते में आसपास के गांव के लोग पुष्पांजलि अर्पित किया शव यात्रा में शामिल होने के लिए हजारों लोगों का हुजूम महिलाएं, बच्चे, बूढे और जवान सभी राज परिवार के इस मुखिया की एक झलक पाने को उतावले दिखे। राजपरिवार के मुखिया को हर किसी ने नम आंखों से विदाई दी। राप्ती के तट पर स्थित राजघाट पर अंतिम संस्कार कुवंर जयंत प्रसाद सिंह ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मुखाग्नि देकर किया
महाराजा के आकस्मिक निधन पर पूरे नगर की दुकानें स्कूल बंद रहीं। प्राइवेट बस आपरेटर यूनियन ये विभिन्न मार्गों पर बसों का संचालन एक दिन के लिए बंद कर दिया। कई स्कूल और कालेज में भी तीन दिन का अवकाश और एक सप्ताह का शोक घोषित कर दिया गया है।
आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ,पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के राजपरिवार, राजस्थान के राजपरिवार तथा आसपास के राजघराने और ताल्लुक दारो सहित तमाम मंत्रियों ने महाराजा धर्मेंद्र प्रसाद सिंह व उनके पूर्वजों द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कार्यो की सराहना करते हुए श्रद्धांजलि भी दी है। अंतिम यात्रा के दौरान सभी राजनैतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों सहित पूर्व व वर्तमान सांसद और विधायक भी शामिल हुए।