नैमिष शुक्ल। उत्तर-प्रदेश जनपद सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोदलामाऊ के अंतर्गत ग्राम पंचायते नटवल ग्रन्ट तथा जमुनापुर संक्रमित रहस्यमयी बुखार से ग्रस्त है लेकिन स्वास्थ्य विभाग उस पर काबू कर पाने में बेहद असमर्थ दिख रहा है क्योकि 30 दिनों के बाद भी लगातार रहस्यमयी बुखार से मौतों का इजाफा ही हो रहा है तो कैसे माना जाय कि स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी पर अँकुश लगाने में कामयाबी हांसिल कर ली है ।
नटवल ग्रन्ट ग्राम वासियो की माने तो उनका कथन है कि स्वास्थ्य विभाग अपनी लापरवाही की सारी हद पार कर दी संक्रामक रोग पर नियंत्रण कर नही पा रहे है उपर से मुझ पर ही आरोप लगा रहे है अभी तक खून की जाँच की रिपोर्ट तक नही मिली जिससे संक्रमण रहस्यमयी बुखार बीमारी का पता लगाया जा सके स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो दवाये दी जा रही है उसका अगर रोगी पर असर होता तो मौते लगातार क्यों बढ़ रही है आज तक नटवल ग्रन्ट तथा जमुनापुर में रोगियो की मरने वालो की संख्या लगभग 41 का आंकड़ा पार कर चुकी है जबकि अतुल मिश्रा ए डी पैरामेडिकल परिक्षेत्र लखनऊ से आकर रोगियो से हाल जाना और जाँच के लिए खून के नमूने भी भेजने को कहा फिर भी मरीजो लिए कोई कारगर तरीके से इलाज नही हो पा रहा है जिससे मरीजो की मौत की संख्या में कमी आये व स्थित में सुधार आये ।
संक्रमणयुक्त रहस्यमयी बुखार का कब होगा अंत कब तक थमती रहेगी मरीजो की साँसे
छत्रपाल जिला अध्यक्ष सपा की नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौप कर गोदलामाऊ क्षेत्र की जनता में संक्रमण रहस्यमयी बुखार पर हो रही मौत को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने को कहा जिससे मरीजो की संख्या घट सके ।
सबसे अहम सवाल यह उठता है कि इस संक्रमित रहस्यमयी बुखार से पर्दा तभी उठता जब मृतको का पोस्टमास्टम कराया जाता उनकी पोस्टमास्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो सकता था कि मौत क्यों हो रही है जबकि संक्रमित रहस्यमयी बुखार से मौत का समय लगभग सायं 06 .00 pm से 11.00 pm रात में अधिकतर रहा क्यों
संक्रमणयुक्त रहस्यमयी बुखार से मृतको का पोस्टमास्टम न कराया जाना भी एक प्रश्न चिन्ह लगता है ?
अगर सूत्रो की माने तो जबकि रामगढ़ चीनी मिल संक्रामक रोग फैलाने में कही न कही दोषी मान रहे है क्योकि रामगढ़ चीनी मिल का खारजा गन्दा भयंकर कचड़े युक्त विषैली दुर्गन्ध देता हुआ बह रहा है वह नटवल ग्रन्ट गाँव से जुड़ा हुआ है जो अनेकानेक बीमारियो का जन्मदाता बना हुआ है जिसका सम्बन्ध इस बीमारी से भी हो सकता है ।
अंजू बाला सासंद मिश्रित लोकसभा जो उसी क्षेत्र की है जहाँ पर एक महीने बाद जब 41 मौते उनके क्षेत्र में हो चुकी थी तब जाकर भयावह स्थित की जानकारी लेने पहुँची जिसका कारण सी ऍम ओ सीतापुर का फोन न उठाना तथा मौके की स्पष्ट रूप से जानकारी न देना बताया जिससे मौके की स्थित का ज्ञान नही हो पायी ।
सात हैण्डपम्पो के दूषित पानी के सैंपल कें जाँच में चार हैँडपम्पो का पानी पूर्णतयः दूषित पाया गया था जो रिबोर के लिए कहा गया क्योकि रामगढ़ चीनी मिल दूषित पानी जगह जगह भूमि के अंदर बोरिंग करके भी छोड़ रखा है यह दूषित पानी हैण्डपम्पो का निकट में स्थित रामगढ़ चीनी पर प्रश्न चिन्ह लगाता है -?