शांतनु सोनी
भारत के संविधान रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर बाबा साहब के ऐतिहासिक पार्क में एकजुट हुए जनपद के कलमकार कानपुर देहात पुलिस प्रशासन के खिलाफ बेहद आक्रोशित और नाराज हैं. हाथों में तख्ती बुलंद नारे और काली पट्टी बांधकर यह सभी पत्रकार कानपुर में अपने तीन साथियों के ऊपर जिला प्रशासन द्वारा हाल ही में दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर इकट्ठा हुए हैं।
हर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है, अभी तो यह अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है, बोल कि लब आजाद हैं तेरे हल्ला बोल हल्ला बोल, सच दिखाना गुनाह है तो यह गुनाह हम बार-बार करेंगे जैसे नारों के साथ सड़कों पर कलमकारो ने प्रदर्शन कर मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे हैं और अगर यह मुकदमा वापस नहीं हुआ तो आने वाले समय में प्रदेश के सभी पत्रकार सड़कों पर उतरकर कानपुर देहात प्रशासन सरकार के विरोध में आंदोलन को बाध्य होंगे ।
बुंदेलखंड संयुक्त के मीडिया क्लब के प्रभारी इरफान पठान और महामंत्री मनोज ओझा की अगुवाई में जिले के तमाम कलमकार आंदोलन करते नजर आए! इस आंदोलन में महोबा जनपद की तीनों तहसीलों से आए कलाकारों ने सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया । प्रदर्शन में वरिष्ठ पत्रकार एच० के० पोद्दार,नईम अंसारी की मौजूदगी में संयुक्त मीडिया क्लब के महोबा जिला अध्यक्ष भगवानदीन यादव,वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ अभिषेक सक्सेना, विजय प्रताप सिंह ,उपाध्यक्ष कफील अहमद,धर्मवीर सेन,वरिष्ठ महासचिव गौरव बाजपेई,महासचिव विष्णु गुप्ता,संगठन मंत्री शहनवाज खान, वरिष्ठ सचिव शांतनु सोनी,जिला सचिव अतुल गुप्ता, मुजीब खान, शरद अग्रवाल ,अरविंद चतुर्वेदी, व्यवस्था मंत्री दर्शन सोनी, नितिन नामदेव,सूचना मंत्री उमाकांत दिवेदी, इमामी खान के साथ ही सक्रिय सदस्य वीरू पटेरिया, आमिलउद्दीन रमेश कुशवाहा ,मोहम्मद सरफराज, विनय पटेरिया,सुभाष अग्रवाल, रविंद्र सिंह, शारिक नवाज, प्रवीण पटेरिया, इमरान खान, अभिषेक सिंह, भरत त्रिपाठी, सीता पाल ,मनीष चौरसिया, अशोक सैनी, धर्मेंद्र कुमार, विजय कुमार ,बिहारी लाल, मनीष सोनी ,अनिल बाबू सेन, इफ्तिखार खान ,मकबूल यूनुस खान, इरशाद रायन अशोक सैनी तक़रीबन डेढ़ सैकड़ा पत्रकार मौजूद रहे.