अधिकतर मारपीट और हत्याएं जर जोरू और जमीन के लिए होती हैं । पैसों का लोभ लोगों को इंसान से हैवान बना देता है । ऐसा ही एक मामला अमेठी जिले से प्रकाश में आया है । चंद पैसों के लिए दोस्त दोस्त ना रहा, ना सिर्फ दोस्ती के रिश्ते को शर्मसार और कलंकित कर के रख दिया है बल्कि इंसानियत को तार तार करते हुए नृशंस हत्या की गई है । जिसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए उतना कम है।
वीओ – अभी हाई प्रोफाइल हत्याकांड जिसमें समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के 22 वर्षीय भतीजे शुभम प्रजापति की दो टुकड़ों में रेलवे ट्रैक पर लाश मिलने के उपरांत 24 घंटा भी नहीं बीता था कि जिले के जामो थाना क्षेत्र के कस्बे में रहने वाले दूसरे 40 वर्षीय जय करन प्रजापति जो पेशे से निजी क्लीनिक चलाते थे अर्थात् डॉक्टर थे । वह 12 फरवरी की शाम को घर से निमंत्रण में जाने के लिए निकले थे । जब वह देर रात घर वापस नहीं आए तो इसकी सूचना उनकी पत्नी ने घर के अन्य सदस्यों को दी । घरवालों ने तत्काल इसकी जानकारी डायल 112 को देते हुए खोजबीन शुरु कर दिया। काफी खोजबीन के बाद भी जय करन का पता नहीं चल सका । तो परिजनों ने इसकी लिखित सूचना जामो थाने में दी । जहां पर उनकी सूचना पर थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया और तलाश की जा रही थी । इसी बीच 13 जनवरी की सुबह पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि जामो थाना क्षेत्र के सँभई के पास से गुजरने वाले कादू नाला पुल के नीचे एक मोटरसाइकिल पड़ी हुई है । जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोटरसाइकिल को देखा और उसकी छानबीन की तो वहीं पर टूटा हुआ एक मोबाइल भी बरामद हुआ । छानबीन में पता चला कि यह मोटरसाइकिल और मोबाइल उसी युवक का है जो कल शाम से लापता है । जिस पर तत्काल पुलिस सक्रिय हो गई और जामो तथा जगदीशपुर थाने की फोर्स ने मौके पर पहुंचकर नाले तथा जंगल में युवक की तलाश शुरू कर दी । काफी खोजबीन करने के बाद पुलिस को सफलता न हासिल हो सकी। फिलहाल पुलिस अधीक्षक अमेठी ने तत्काल कई टीमों का गठन कर दिया जिसमें क्राइम ब्रांच सर्विलांस सहित एक साथ कई टीमें सक्रिय होकर खोजबीन में जुट गई । मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल सीडीआर खंगाली जाने लगी । जिसमें पुलिस ने कुछ तथ्यों के आधार पर डॉक्टर जय करन प्रजापति के मित्र आशीष दुबे पुत्र स्वर्गीय इंद्र कुमार दुबे निवासी पुरे लाला ईश्वरी दास मजरे बरौचा ततारपुर थाना जगदीशपुर को उठाया और जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की तब आशीष दुबे ने बताया कि वह लोग समूह में बीसी चलाया करते थे और उसी के पैसे की लेनदेन को लेकर दोनों का विवाद हुआ।
जिसके चलते आशीष दुबे ने अपने रिश्तेदार संतोष कुमार तिवारी पुत्र राम हेत निवासी ग्राम थुलेंडी थाना बछरावां जनपद रायबरेली के साथ मिलकर जय करन प्रजापति को बुलवाया फिर उसको बहाने से जंगल में लेकर गए जहां पर लोहे की रॉड से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और इसके बाद दोनों ने मिलकर 5 फीट गहरा गड्ढा खोदा और उसी गड्ढे में डॉक्टर जयकरन प्रजापति को डालकर पेट्रोल डालते हुए जिंदा जला दिया । इसके बाद गड्ढे को मिट्टी से ढक दिया तथा उसके ऊपर आम का पेड़ लगा दिया और जिसके और चारों ओर थाला बनाकर उसकी सिंचाई भी कर दी।
इस तरह की घटना कारित करने के बाद उसकी मोटरसाइकिल तथा मोबाइल को इन लोगों ने जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत संभई पुल के नीचे कादू नाले में फेंक दिया। जिससे किसी को इस बात का पता ना चल सके। इस प्रकार इन दोनों ने मिलकर अपने दोस्त की नृशंस हत्या कांड को अंजाम दिया। दोनों की निशानदेही पर जामो जगदीशपुर थाने की पुलिस क्राइम ब्रांच तथा सीओ मुसाफिरखाना और सीओ गौरीगंज की उपस्थिति में घटनास्थल से दफन लाश को खोदकर निकाला गया तथा लाश का पंचायत नामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस पूरे हत्याकांड में आशीष दुबे का साथ देने वाला उनका रिश्तेदार संतोष कुमार तिवारी जिसके ऊपर रायबरेली जनपद में जुआ अधिनियम, मादक पदार्थों के विक्रय व तस्करी तथा गुंडा एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में पूर्व में ही 4 मुकदमे पंजीकृत है ।पकड़े गए दोनों हत्यारों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 60/21 धारा 302 201 के तहत जामो थाने में पंजीकृत मुकदमे में निरूद्ध करते हुए जेल भेजा जा रहा है।