उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। निर्वाचन आयोग ने आज चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में पंचायत चुनाव होंगे। 15 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा। दूसरे चरण 19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण का चुनाव 29 अप्रैल को होगा।
सीतापुर की 3, बहराइच की 1 और गोंडा की 9 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल पूरा नहीं होने के कारण वहां चुनाव नहीं होगा। सभी 18 मंडल के एक-एक जिले में पहले चरण का चुनाव होगा। 2 मई को मतगणना होगी। चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही यूपी में आचार संहिता लग गई है। सुप्रीम कोर्ट में आज आरक्षण मामले पर सुनवाई होगी।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा 24 अप्रैल से प्रस्तावित है। पंचायत चुनाव के मद्देनजर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा आगे टलना तय हो गया है।
स्थिति पर एक नजर
ग्राम पंचायत की संख्या -58,189
ग्राम पंचायत के वार्ड – 7, 32, 563
क्षेत्र पंचायत – 826
क्षेत्र पंचायत के वार्ड -75855
जिला पंचायत – 75
जिला पंचायत के वार्ड -3051
मतदान केंद्रों की संख्या – 80762
मतदान स्थल- 203050
मतदाताओं की संख्या – 12.39 करोड़
पुरूष मतदाता – 53.01 प्रतिशत
महिला मतदाता – 46.99 प्रतिशत
चुनाव में गड़बड़ी करने वालों पर लगेगा एनएसए
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के दौरान गड़बड़ी फैलाने वालों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। चुनावों के दौरान सुरक्षा के भी तगड़े इंतजाम रहेंगे। जोनल मजिस्ट्रेटों को भी खास जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
शिक्षामित्रों ने पंचायत चुनाव में ड्यूटी से किया इनकार
उप्र. दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने कहा है कि सरकार की उपेक्षा से शिक्षामित्र त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी नहीं करेंगे। संघ ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम में भी शिक्षामित्र ड्यूटी नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया है। अल्प वेतन में शिक्षामित्रों से शिक्षण कार्य के साथ चुनाव ड्यूटी का कार्य भी कराया जा रहा है। संघ ने निर्णय लिया है कि यदि शिक्षामित्रों की मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे शिक्षण कार्य के अलावा कोई अन्य कार्य नहीं करेंगे।