अंतरराज्यीय आवाजाही और परिवहन सेवाओं को बढ़ाने तथा सुदृढ़ करने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश (यूपी) सरकारों के बीच गुरुवार को नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया है। हिमाचल सरकार की ओर से प्रधान सचिव परिवहन केके पंत और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से प्रधान सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह अंतरराज्यीय समझौता दोनों राज्यों के बीच सामाजिक-आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करने में भी सहायक सिद्ध होगा।
नए समझौता ज्ञापन के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण प्रदेश में 19 मार्गों पर लगभग 3594 किलोमीटर क्षेत्र में बसें चलाएगा, जबकि हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) उत्तर प्रदेश में 27 मार्गों पर लगभग 3238 किलोमीटर क्षेत्र में बसें संचालित करेगा। यह समझौता ज्ञापन 20 वर्षों के लिए हस्ताक्षरित किया गया है। वर्ष 1985 में हस्ताक्षरित पुराने समझौते के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण हिमाचल प्रदेश में 10 मार्गों पर लगभग 2165 किलोमीटर क्षेत्र में बसें संचालित कर रहा है, जबकि हिमाचल पथ परिवहन निगम उत्तर प्रदेश में 11 मार्गों पर 2142 किलोमीटर क्षेत्र में बसें चला रहा है। इस अवसर पर सचिव हिमाचल प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण घनश्याम चंद और सचिव उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण भीम सेन सिंह भी उपस्थित थे।