लॉकडाउन को लेकर भ्रम फैलाने की जगह अपनी राय स्पष्ट करें केजरीवाल :अनिल कुमार

नई दिल्ली 11 अप्रैल 2021-दिल्ली प्रदेश काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार  ने दिल्ली  में  पिछले  24  घंटे के दौरान अब तक के  सबसे ज्यादा मामले 10732 संक्रमित आने पर कहा कि अरविंद केजरीवाल संक्रमण को रोकना तो दूर उसकी गति को कम करने में विल्कुल असफल साबित हो रहे । दिल्ली में रोजाना पिछले दिनों की तुलना में तेज गति से संक्रमण फैल रहा, इसलिए वो लॉकडाउन को लेकर अब तक अपनी राय स्पष्ट करने की जगह भ्रम फैला रहे ।

उन्होंने प्रेस वार्ता के द्वारा अरविंद केजरीवाल द्वारा हस्पतालों में बिस्तर की कमी होने पर लॉकडाउन लगाने की संभावना पर कहा कि केजरीवाल ने पिछले एक साल के दौरान दिल्ली में चौथी लहर आने के बाबजूद भी सोते  रहे। दिल्ली के हस्पतालों के इंफ्रा को विकसित करने का भी कोई काम नहीं किया। काँग्रेस पार्टी ने इंद्रा गाँधी हस्पताल द्वारका के नींव रखने का काम किया उसे केजरीवाल 6 साल बाद भी चालू नहीं कर सके। पिछले साल काँग्रेस पार्टी के दवाब में उन्होंने जिन 2 हस्पतालों को शुरू किया, उसमें अभी भी डॉक्टरों, नर्सों की भारी कमी है।

उन्होंने अरविंद केजरीवाल  द्वारा सभी विपक्षी पार्टियों को साथ आकर काम करने की आग्रह पर कहा कि दिल्ली काँग्रेस ने मार्च के अंतिम सप्ताह में मुख्यमंत्री से प्रेस वार्ता व प्रेस विज्ञप्ति के जरिये कोरोना की लड़ाई को राजनीति से उपर उठ कर सभी को साथ आकर लड़ने के लिए सर्वदलिय बैठक बुलाने की माँग रखी थी, लेकिन केजरीवाल अहंकार में चूर है, उन्होंने लड़ाई को इस  हालात में पहुँचाया । अब उन्हें अपनी गलती का एहसास हो रहा हैं। इन सब के बाबजूद काँग्रेस पार्टी ने दिल्ली के हित में जो भी करना चाहिए उसको लेकर लागातार सुझाव दिए। अतः अगर दिल्ली में लॉकडाउन की नौबत आती है तो इसके लिए एक मात्र जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल होंगे। दिल्ली को अन्य राज्यों से इतर 15 वर्ष तक शीला दीक्षित जैसे कुशल मुख्यमंत्री मिले जिन्होंने दिल्ली के लिए भविष्य की आवश्यकता को भी पूरा करने की योजना बनाई व उसपर काम किया, केजरीवाल ने अधूरे योजना को पूरा नहीं किया ।

उन्होंने केजरीवाल के उस बयान का भी कड़ी निंदा की जिसमें उन्होंने कम प्रभावित मरीजों द्वारा हस्पताल आने की बात कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अधिकांश परिवारों के पास एक या दो कमरे है, बाँकी सुविधाएं एक साथ है, ऐसे में घरों में रहकर सभी के लिए इलाज कराना संभव नहीं है अतः लोग हस्पताल की तरफ जाते हैं।

उन्होंने डॉक्टरों के हवाले से कहा कि ऐसा देखा गया है कि संक्रमण के चौथी लहर में परिवार से किसी एक के संक्रमित होने की दशा में सभी लोग संक्रमित हो रहे। ऐसे में अरविंद केजरीवाल ने उन लोगों को जिन्हें घरों में आईसोलेट होने की सुविधा नहीं है उनके लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की है ।

 लोग एम्बुलेंस में मर रहे हैं, मरीजों को बेड नहीं मिल रहा है, कोरोना वायरस का संक्रमण पिछली बार से बेहद खतरनाक है, श्मशान में टोकन बांटे जा रहे हैं । केजरीवाल सरकार की वर्ल्ड क्लास हेल्थ सेवा की क़लई खुल गई है

चौ. अनिल कुमार ने टीका को लेकर कहा कि अरविंद केजरीवाल एक तरह ये मान रहे कि 65℅ संक्रमित होनेवाले 45 वर्ष से कम आयु सीमा के है दूसरी तरफ इन्हीं आयु सीमा को टीका से दूर रखा गया। दिल्ली सरकार के द्वारा पेश किए गए बजट भाषण इस बात का प्रमाण है कि सभी वैध उम्र सीमा को टीका लगाने को लेकर केजरीवाल की कोई प्लानिंग ही नहीं हैं। उन्होंने मात्र 5% आबादी को ही टीका लगाने के लिए महज 50 करोड़ की मामूली राशि आवंटित की है ।

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