
आकाश रंजन: लोक जन शक्ति पार्टी के सांसद प्रिंस राज के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया है। वह बिहार के समस्तीपुर से सांसद हैं। FIR में लोजपा नेता चिराग पासवान का भी नाम है।
शिकायतकर्ता महिला ने तीन महीने पहले दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत की थी। तब पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की था। जिसके बाद महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने 9 सितंबर को सांसद के खिलाफ आईपीसी के प्रावधानों के तहत FIR दर्ज की है।
क्या है पूरा मामला
महिला लोजपा की पूर्व पदाधिकारी रह चुकी है और मामला सामने आने के बाद पार्टी से अलग हो चुकी है। महिला ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि वह पहली बार प्रिंस राज से पिछले साल पार्टी कार्यालय में मिली थी। तीन पन्नों की शिकायत में महिला ने लिखा है कि पार्टी कार्यालय में वह प्रिंस से कई बार मिली फिर एक दिन महिला को प्रिंस ने अपने केबिन में पानी की बोतल लेने बुलाया। जिसके बाद प्रिंस ने महिला को पानी दिया और पीने के बाद महिला बेहोश हो गई। होश आने पर महिला ने अपना सिर प्रिंस के कंधे पर पाया। प्रिंस ने महिला को कहा कि वह अस्वस्थ है और घर चली जाये। महिला ने प्रिंस से फिर से सवाल किया कि उसके साथ क्या हुआ था, जिसके बाद प्रिंस ने महिला को उसके द्वारा रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो दिखाया। महिला ने शिकायत में लिखा है कि “वह मेरे साथ शारीरिक संबंध बना रहा था और उसने सुनिश्चित किया कि वीडियो में उसका चेहरा दिखाई न दे। उसने मुझे शादी का प्रस्ताव दिया और मुझे धमकी दी कि वह इस वीडियो को ऑनलाइन रिलीज़ कर देगा।”
महिला ने आगे आरोप लगाया कि वह डरी हुई थी और उसके बाद प्रिंस राज “शारीरिक संबंध” बनाने के लिए अक्सर नियमित समय से महिला के घर पर आने जाने लगा।
चिराग पासवान का क्यों है नाम
महिला ने दावा किया है कि उसने पार्टी प्रमुख चिराग पासवान को इस घटना से रुबरू कराया था। महिला ने कहा “15 जनवरी को, मैं चिराग से मिलने गयी थी और पूरी चर्चा के बाद, चिराग पासवान ने मुझे प्रिंस राज के साथ मामले को सुलझाने के लिए कहा और शिकायत न दर्ज करने के लिए दबाव बनाया। ”
प्रिंस राज पासवान ने भी की महिला पर FIR
प्रिंस ने 10 फरवरी को शिकायतकर्ता के खिलाफ रंगदारी की FIR दर्ज कराई थी। प्रिंस राज ने एक अखबार से कहा, ‘मुझे पता चला है कि एक महिला ने मुझ पर कुछ आरोप लगाए हैं। हमने 10 फरवरी को ही शिकायत दर्ज की थी और पुलिस के सामने सभी सबूत पेश किए थे।
17 जून को उन्होंने ट्वीट किया था, ‘मैं स्पष्ट रूप से इस तरह के किसी भी दावे या बयान से इनकार करता हूं जो मेरे खिलाफ किया गया है। ऐसे सभी दावे खुले तौर पर झूठे, मनगढ़ंत हैं, और मेरी प्रतिष्ठा को खतरे में डालकर पेशेवर और व्यक्तिगत रूप से मुझ पर दबाव बनाने के लिए एक बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा हैं। ”
बता दे कि प्रिंस उन पांच लोजपा सांसदों में से एक हैं, जिन्होंने इस साल जून में चिराग पासवान के नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में बगावत की थी। और अपने चचेरे भाई चिराग पासवान को आत्ममंथन करने कि सलाह दी थी।