दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की आज की सदन बैठक में आम आदमी पार्टी से नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान ने महापौर पर लाखों की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष ने महापौर पर दिल्ली-नोएडा टोल रोड पर विज्ञापन लगाने वाली कंपनी से प्रति माह पांच लाख रुपए लेने का आरोप लगाया। जिसके बाद सदन में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रेम चौहान ने कहा कि उस कंपनी के लोग उनके पास आए और उन लोगों ने खुद बताया कि वह लोग प्रति माह 5 लाख रुपए रिश्वत के रूप में दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर को देते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी के नेता जिस प्रकार से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, आने वाले चुनाव में वही उनके पतन का कारण बनेगी
आम आदमी पार्टी से दक्षिण दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान ने बयान जारी करते हुए कहा, आज दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की सदन बैठक थी। हर सदन बैठक में जब हम एमसीडी में बैठे भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार का विरोध करते हैं और उनसे जवाब मांगते हैं तो वह लोग जवाब देने की बजाए या तो नारेबाजी करने लगते हैं या तो मुद्दा ही बदल देते हैं। आज की सदन में भी कुछ ऐसा ही हुआ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, साउथ एमसीडी के जो महापौर हैं, वह दिल्ली-नोएडा टोल रोड पर विज्ञापन लगाने वाली कंपनी से प्रति माह पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हैं। इसकी पुष्टि खुद विज्ञापन लगाने वाली कंपनी ने किया है। भाजपा की एमसीडी जिस कंपनी से विज्ञापन लगवाती है, पहली बात तो वह सभी विज्ञापन अवैध रूप से लगाए जाते हैं। यह कंपनी कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम करती है। इस विज्ञापन कंपनी के लोग खुद मेरे पास आए और कहा कि साउथ एमसीडी के महापौर मुकेश सूर्यान हमसे प्रति माह 5 लाख रुपए रिश्वत के रूप रूप में लेते हैं। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि भाजपा किस हद तक भ्रष्टाचार कर रही है।
उन्होंने कहा, आज की सदन बैठक में जब मैंने महापौर पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया और उनसे जवाब मांगा तो वहाँ मौजूद भाजपा के लोग हंगामा करने लगे। जवाब देने से बचने के लिए उन लोगों ने ऐसी स्थिति बना दी कि मुद्दे को वही खत्म कर दिया गया। जब-जब आम आदमी पार्टी भाजपा के भ्रष्टाचार की पोल खोलने की कोशिश करती है, तब-तब यह लोग किसी न किसी प्रकार जवाब देने से बचते नज़र आए हैं। लेकिन जनता मूर्ख नहीं है, जनता सब देखती और समझती है। भाजपा शासित एमसीडी के नेता जिस प्रकार से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, आने वाले चुनाव में वही उनके पतन का कारण बनेगी।