दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के लिए केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली में अरविंद सरकार पर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 102.34 रुपये है, जबकि प्राकृतिक गैस पीएनजी और सीएनजी दोना की कीमतों में 62 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा की-
अगर मोदी और अरविंद सरकार पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क और वैट कम करती है, तो यह आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत होगी, जो आज के समय में घरेलू बजट को संतुलित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिसमें सबसे ज्यादा खामियाजा गृहिणियां भुगत रही हैं। उन्होंने कहा कि डीजल की कीमतें लगभग 90 रुपये प्रति लीटर तक पहुंचने चुकी है जिसके परिणाम स्वरूप आवश्यक वस्तुओं की परिवहन लागत भी बढ़ रही है और सभी वस्तुओं की कीमतों पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने ये भी कहा कि लंबे समय से चल रहे कोविड-19 महामारी संकट के कारण आम लोगों की आय और आजीविका प्रभावित हो रही है, वे अपने दैनिक आय का साधन भी बड़ी ही मुश्किल से जुटा पा रहे है और ऐसी स्थीति में मोदी और अरविंद सरकारें उन बेरोजगारों व लाचार जनता को कोई वित्तीय प्रोत्साहन नहीं दे रही हैं।
साथ ही उन्होंने बताया कि अरविंद सरकार ने संशोधित आबकारी नीति के तहत नई शराब की ठेकों को निजी कार्टेल को नीलाम कर हजारों करोड़ रुपये कमाए हैं, लेकिन लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट कम नहीं किया।
वहीं उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते कहा कि मोदी सरकार सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट तथा फ़िज़ूल खर्चे के नाम पर एक्साइज ड्यूटी को बढ़ाकर जनता पर महंगाई की मार कर रहे है, जबकि सीएम अरविंद दिल्लीवासियों से एक-एक रुपया निचोड़ना चाहते हैं,
ताकि वे अन्य राज्यों आगामी विधान सभा चुनाव लड़ सके, और उनको भ्रम है कि वें अवश्य जीत हासिल करेंगे। वे अपने इसी अहंकार की वजह से दिल्लीवासियों की गढ़ी कमाई को अन्य राज्यों में अपने प्रचार व प्रसार में उड़ा रहे है, जिसकी वजह से दिल्लीवासियों को कई प्रकार की समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है।