![किसानो का रेल रोको आंदोलन लाइव अपडेट](https://namamibharat.com/wp-content/uploads/2021/10/980375-rail-roko-andolan-protests-700x385.webp)
आकाश रंजन : रेल रोको आंदोलन लाइव अपडेट: उत्तर रेलवे ने कहा, लगभग 50 ट्रेनें और 130 स्थान हुई है प्रभावित। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा बुलाया गया है 6 घंटों का रेल रोको आंदोलन। सुबह 10 बजे से शुरू हुआ है यह रेल नाकाबंदी। केन्द्र्य सरकार द्वारा लाई गयी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे है कई किसान संगठन। लेकिन इसकी मुख्य वजह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी है। लखीमपुर खीरी नरसंघार का आरोप है इस मंत्री पे। किसानो की मांग है कि मंत्री अजय मिश्रा टेनी को कैबिनेट से हटाया जाए। इससे पहले मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा टेनी को गिरफ्तार किया जा चूका है और आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं।
एसकेएम ने आरोप लगाया है कि आशीष मिश्रा उस वाहन को चला रहे थे जिसने किसानों को कुचल दिया। जिसके परिणामस्वरूप तीन अक्टूबर को चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में बाहर आ रहे थे। जब दो एसयूवी किसानो के ऊपर चढाई गई। घटना में मरने वालों में तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक स्थानीय पत्रकार भी शामिल थे। हालांकि अजय मिश्रा ने सभी आरोपों से इनकार किया है और दावा किया है कि घटना के समय उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।
किसानों ने सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रेन की आवाजाही बाधित करने का फैसला किया है। लखीमपुर में हुई हिंसक घटनाओं को भुलाया नहीं जा सकता। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के खिलाफ आज छह घंटे का रेल नाकाबंदी विभिन्न जिलों के किसान द्वारा किया जा रहा है। रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण होने की उम्मीद है। और किसान संगठन ने आश्वासन दिया कि रेलवे संपत्ति को कोई नुकसान नहीं होगा। हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। पंजाब के अमृतसर में देवी दासपुरा गांव में प्रदर्शन कर रहे किसान भी रेलवे ट्रैक पर धरने में हिस्सा ले रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने साहनेवाल और राजपुरा के पास रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिया है। जिसके बाद नई दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस को सुबह करीब 10:07 बजे शंभू स्टेशन के पास रोक दिया गया।
भारतीय किसान संघ, उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेस्ट टिकैत ने एक मीडिया रिपोर्ट में कहा, यह अलग-अलग जिलों में अलग-अलग जगहों पर होगा। पूरे देश में वहां के लोग जानते हैं कि हमें ट्रेन को कहां रोकना है। भारत सरकार ने अभी तक हमसे कोई बात नहीं की है।
इससे पहले 5 अक्टूबर को लखनऊ पुलिस ने आगामी त्योहारों, विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं और किसानों के विरोध के मद्देनजर कानून और व्यवस्था बनाए रखने और COVID19 नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए 8 नवंबर तक सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है। इस बीच लखनऊ पुलिस ने धारा 144 के मद्देनजर रेल रोको आंदोलन में भाग लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। हरियाणा के सोनीपत रेलवे स्टेशन पर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी तैनात किया गया है।