नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एक टीम आज दोपहर शाहरुख खान के मुंबई स्थित घर मन्नत पहुंची। इसके कुछ घंटे बाद सुपरस्टार ने अपने बेटे आर्यन खान से जेल में मुलाकात की। अधिकारियों ने कहा कि एनसीबी की टीम शाहरुख की हवेली पर कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए गई थी न कि किसी तलाशी के लिए। 2 अक्टूबर को मुंबई के पास एक क्रूज शिप पर एक रेव पार्टी पर ड्रग्स छापेमारी की गयी। जिसके बाद आर्यन खान को पहले हिरासत में लिया गया उसके बाद 3 अक्टूबर को गिरफ्तारी किया गया। इससे पहले 14 दिनों से जेल में बंद 23 वर्षीय आर्यन खान को कल मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया था।
क्या कहा जज ने ?
बीते बुधवार एक विशेष अदालत के आदेश में कहा गया है, व्हाट्सएप चैट से प्रथम दृष्टि से पता चलता है कि आरोपी आर्यन खान नियमित रूप से मादक पदार्थों के लिए अवैध ड्रग गतिविधियों में शामिल है। इसलिए, यह नहीं कहा जा सकता है कि खान के जमानत पर रहते हुए इसी तरह का अपराध करने की संभावना नहीं है।अदालत ने यह भी कहा कि रिकॉर्ड में रखी गई सामग्री आर्यन खान और ड्रग्स पेडलर्स के बीच एक गठबंधन की ओर इशारा करती है। अदालत ने कहा कि हालांकि आर्यन खान पर कोई ड्रग्स नहीं मिला, लेकिन वह अपने दोस्त अरबाज मर्चेंट के जूते में छिपे छह ग्राम चरस के बारे में जानता था। आरोपी 1 और 2 लंबे समय से दोस्त हैं। उन्होंने एक साथ यात्रा की और उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल पर एक साथ पकड़ा गया। इसके अलावा, अपने बयानों में, दोनों ने खुलासा किया कि उनके पास अपने उपभोग और आनंद के लिए उक्त पदार्थ था।
हिटजॉब नहीं तो और क्या हैं ?
NCB, मीडिया ट्रायल्स और कोर्ट रूम में जज साहब के रवैये ये सभी बातें एक ख़ास ओर इशारा करती हैं। वो इशारा हैं हिटजॉब का। ये सभी आर्यन खान और उनके केस को अपने अपने फायदे के लिए घसीट और इस्तेमाल कर रही हैं। सामान्य तौर पर कोई इंसान इस केस की डिटेल्स पढ़े तो सिर्फ और सिर्फ यही पायेगा की इस केस को जान मुझ कर तवज्जुव दिया जा रहा हैं। अलबत्ता इस केस के पीछे असल मुद्दे को छिपाया जा सके और NCB की खोई हुई साख़ वापस लायी जा सके। साफ़ तौर पर देखा जा सकता है की NCB के कर्मचारी खुद की छवि बचाने के लिए ये सब कर रही हैं। NCB इतने खुले तौर पर यह सब कर रही हैं या किसी के कहने पर ये सब कर रही हैं अगर जनता को मालूम भी चल गया तो NCB का क्या ही नुक्सान हो जायेगा। इसीलिए NCB इतने खुले तौर पर बिना कोई ठोस सबूत सिर्फ और सिर्फ व्हाट्सअप चैट पढ़ कर 2 हफ्तों से आर्यन खान को जेल में बंद किया हैं। आर्यन खान के पास से ड्रग्स क्या ड्रग्स की पुरिया तक बरामद नहीं हुई हैं।
आर्यन खान ने ड्रग्स का सेवन कर रखा था की नहीं NCB को नहीं मालूम। ड्रग्स खरीदने की कोशिश कर रहा था या नहीं इसका भी कोई सबूत नहीं NCB के पास। NCB का सिर्फ इतना कहना हैं कि आर्यन खान विदेश में ड्रग्स लेता हैं। और यह बात NCB को आर्यन खान के व्हाट्सअप चैट्स से पता चली हैं। लेटस हैवे आ ब्लास्ट जैसी चैट्स को NCB सबूत मान कर बैठ गयी है। इतना ही नहीं NCB का कहना है कि आर्यन खान विदेश में ड्रग्स लेता है तो इसका विदेशी ड्रग कार्टेल के साथ भी लिंक होगा। अब ऐसे ऐसे तर्क देके एक इंसान को सलाखों के पीछे इतने दिन तक रखा जा सकता है ये दिन भी देखने को मिल रहा हैं।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो इस देश के जज साहब लोग से पूछा जाना चाहिए कि आखिर बिना कोई ठोस सबूत के इतने दिनों तक बेल कियों नहीं दीं जा सकती। लेकिन अफ़सोस ये सब हो रहा हैं। क्या इसलिए इस देश में जजो को मीडिया, पुलिस, NCB, वकीलों और नेताओं से ज़्यदा काबिल मानती हैं ? आखिर कब तक NCB और मीडिया का ये मायाजाल चलेगा ? क्या आर्यन खान को बेल मिलने के बाद फिरसे NCB और मीडिया कोई नया शिकार खोजेगा ?