*- दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को दिये जलाकर इस अभियान की शुरुआत की*
*- केजरीवाल सरकार अभियान के जरिए लोगों को दिवाली, दिए के साथ मनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी- गोपाल राय*
*- जब हमने दिवाली मनाना शुरू किया था उस समय पटाखे नहीं थे, उस वक्त दिया जलाकर धूमधाम से दिवाली मनाई जाती थी- गोपाल राय*
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को “पटाखे नहीं, दिया जलाओ” अभियान की शुरुआत की। सिविल लाइंस राज निवास मार्ग स्थित अपने आवास पर दिये जलाकर इस अभियान को शुरू किया। गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल सरकार का पटाखे नहीं, दिया जलाओ” अभियान का उद्देश्य पटाखों को जलाने से लोगों को रोकना है। साथ ही लोगों को दिवाली, दिए के साथ मनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। जब हमने दिवाली मनाना शुरू किया था उस समय पटाखे नहीं थे। उस वक्त दिया जलाकर धूमधाम से दिवाली मनाई जाती थी
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिवाली के समय बाहर से जो पराली का धुआं आता है। उस समय दिल्ली में जो पटाखों जलते हैं। उससे दिल्ली में काफी प्रदूषण हो जाता है। जिससे बुजुर्गों और बच्चों को सांस लेना मुश्किल हो जाता है। ऐसे समय में सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए लगातार काम कर रही है। लेकिन आज से पूरी दिल्ली के अंदर हम लोग पटाखों के प्रदूषण रोकने के लिए पटाखे नहीं, दिए जलाएं अभियान शुरू किया है। लोगों को आरडब्ल्यूए, सामाजिक संगठनों, एसडीएम और पुलिस के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने इसकी आज शुरुआत की है। जब दिवाली मनाना हमने शुरू किया था, उस समय पटाखे नहीं थे। उस वक्त दिया जलाकर धूमधाम से दिवाली मनाई जाती थी। हमें अपने मूल की तरफ लौटने की जरूरत है। हमें लगता है कि जिंदगी को बचाना जरूरी है और त्यौहार मनाना जरूरी है। इसलिए आज हम दिल्ली के लोगों और बच्चों से अपील करना चाहते हैं कि पटाखे नहीं दिया जलाएं। दिया से दिवाली होती है पटाखों से प्रदूषण होता है। पटाखे जलाएंगे तो प्रदूषण बढ़ेगा। हम सबको मिलकर इसे रोकना है। सरकार अपने दम पर इसे नहीं कर सकती, सब मिलकर जब प्रयास करेंगे तब हम इस प्रदूषण से मुक्त हो पाएंगे। एक बेहतर दिल्ली की हवा को बना पाएंगे।
*केजरीवाल सरकार द्वारा युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान पूरे चलाया जा रहा*
दिल्ली के अंदर प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान पूरे चलाया जा रहा है। जिसमें एंटी डस्ट अभियान, रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान और पराली को गलाने का अभियान शामिल है। इसके साथ-साथ दिल्ली के प्रदूषण में दिवाली के समय पटाखों के जलने से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। उसे रोकने के लिए सरकार ने पहले ही यह निर्णय लिया है कि इस बार दिवाली के अवसर पर पटाखे की खरीद-बिक्री और उसे जलाना बैन रहेगा।
*एसडीम के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया*
बैन होने के बावजूद भी कई जगह से यह खबरें आ रही थीं कि कई लोग पटाखों की खरीदी कर रहे हैं। इस जमीनी स्तर पर कैसे लागू किया जाए और लोगों को कैसे जागरूक किया जाए, इसके लिए 25 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की है। जिसमें सभी जिलों के पुलिस प्रतिनिधि और लाइसेंसिंग हेडक्वार्टर ने भाग लिया। पुलिस के साथ-साथ एसडीम के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया है। दिल्ली के अंदर अलग-अलग हिस्सों में इस अभियान के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई हैं। नियमों का उल्लघंन मिलने पर पुलिस और एसडीम की तरफ से आईपीसी की संबंधित धारा के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आरडब्ल्यूए और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर लोगों को पटाखे नहीं फोड़ने और दिए जलाने के लिए जागरूक करेंगे।
*दिल्ली पुलिस को 112 नंबर पर कॉल करके सूचना दें*
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पूरी दिल्ली के अंदर कहीं भी पटाखे की खरीद-बिक्री या जलाने की घटना सामने आती है तो दिल्ली पुलिस को 112 नंबर पर कॉल करके सूचना दे सकते हैं। जिसके आधार पर पुलिस रोकने के लिए कार्रवाई करेगी। एसडीएम को दिल्ली के सभी क्षेत्रों में आरडब्ल्यूए, मार्केट एसोसिएशनों, एनजीओ के साथ 28, 29 अक्टूबर को जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। उसके बाद यह सभी टीमें अपने-अपने इलाकों में बैठक करेंगी।