पुलिस के अनुसार गुड़गांव सेक्टर 37 में, 15-20 लोगों ने एक खेल के मैदान में नमाज अदा करने में बाधा डाली। पुलिस ने कहा कि नमाज़ अदा करने में बाधा डालने वाले लोग उस मैदान पर क्रिकेट खेलना चाहते थे।
इस विरोध के बाद बीते हफ्ते गुड़गांव में पांच गुरुद्वारों की देखरेख करने वाली एक समिति ने नमाज़ अदा करने के लिए अपने गुरुद्वारों की पेशकश की थी।लेकिन मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने लगातार दूसरे सप्ताह गुडगाँव सेक्टर 12 के निवासी अक्षय यादव खाली दुकान पर नमाज़ अदा की। जिससे शुक्रवार को किसी भी गुरुद्वारे में नमाज नहीं अदा की गई।
दोपहर करीब दो बजे दुकान के शटर खोले गए। व्यवसायी यादव शहर से बाहर थे। मैट पहले ही बिछाए जा चुके थे।
दुकान पर नमाज अदा करने वाले पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा, ‘जब गुरुद्वारे ने अपने परिसर की पेशकश की, तो कट्टरपंथियों ने उन पर दबाव डाला। कल रात, हमें इसका पता चला और महसूस किया कि गुरुद्वारा दबाव में था। उन्होंने शुरू में कहा कि हम पास के एक स्कूल में नमाज पढ़ सकते हैं। लेकिन शरारत हुई तो, जनता गुरुद्वारे पर होगी। हमने उनसे कहा कि हम उन्हें असुविधा नहीं होने देंगे। इसलिए हम नमाज के बाद उनका शुक्रिया अदा करने गए।’
गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल के अल्ताफ अहमद ने एक बयान में कहा, “कल से हिंदुत्व समूहों के सदस्य मुसलमानों को जुम्मा की नमाज अदा करने से रोकने के लिए गुरुद्वारा की समिति पर दबाव बना रहे थे। चूंकि आज एक बड़ा त्योहार था। सिख समुदाय से, भक्तों की भारी भीड़ की उम्मीद थी और हम सुरक्षा को खतरे में नहीं डालना चाहते थे। इसलिए गुरुद्वारा साहिब और गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल की कमेटी ने आज सुबह फैसला लिया कि इस हफ्ते गुरुद्वारे में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। “
पुलिस के अनुसार गुड़गांव सेक्टर 37 में, 15-20 लोगों ने एक खेल के मैदान में नमाज अदा करने में बाधा डाली। पुलिस ने कहा कि नमाज़ अदा करने में बाधा डालने वाले लोग उस मैदान पर क्रिकेट खेलना चाहते थे। मौके पर पहुंची पुलिस उन्हें सेक्टर 10 थाना ले गई। और मामले पर सभी को तलब किया। समझा जाता है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से कहा था कि वे अगले सप्ताह से मैदान पर नमाज की अनुमति नहीं देंगे। मैदान उन स्थानों की सूची में है जहां पहले प्रशासन द्वारा सहमति व्यक्त की गई थी कि, इस मैदान पर नमाज अदा की जा सकती हैं।
गुडगाँव सेक्टर 12 में ऑटोमोबाइल बाजार में यादव की दुकान पर नमाज अदा करने वाले लोगो ने कहा, “हमने पिछले हफ्ते भी यहां नमाज़ अदा की थी। उससे एक हफ्ते पहले, हमने बाहर नमाज़ अदा की, जहां से परेशानी पैदा हुई।” यादव की दुकान पर करीब 35-40 लोगों ने नमाज अदा की थी।
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में, जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों की आपत्तियों का हवाला देते हुए नमाज के लिए निर्धारित 37 में से 8 स्थलों पर नमाज की अनुमति वापस ले ली थी।
अखिल भारतीय शांति मिशन के अध्यक्ष और गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा प्रबंधक कमेटी के प्रवक्ता दया सिंह ने कहा, “आज गुरुपुरब था और भीड़ थी। गुरुद्वारा का सिद्धांत यह है कि, अगर उन्हें कहीं और जगह नहीं मिलती है, तो गुरुद्वारा सभी के लिए खुला है। ”