*राजन बाबू इंस्टीट्यूट में करीब 6556 वर्ग स्क्वायर मीटर ज़मीन की औने-पौने दामों में नीलामी कर रही भाजपा की नॉर्थ एमसीडी
*- नानीवला बाग में ए-2/1 कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए 12,21,00,000 रुपयों की न्यूनतम बोली पर एक 12,35,00,000 की बोली आई और दूसरी 12,38,00,000 की आई- सौरभ भारद्वाज
*- डी-04 करमपुरा कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए 6,36,30,000 रुपयों की न्यूनतम बोली पर पहली बोली 6,36,90,000 की आई और दूसरी बोली 6,37,000 की आई- सौरभ भारद्वाज
*- नॉर्थ एमसीडी अन्य 18 दुकानों को भी बेचने की तैयारी में है, सेंटिग करके अपने ही लोगों को बेच रहे ज़मीनें- सौरभ भारद्वाज*- दिल्ली सरकार पिछले सात सालों से मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए एमसीडी से ज़मीन मांग रही थी लेकिन एमसीडी ने आजतक एक भी ज़मीन नहीं दी- सौरभ भारद्वाज*
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक का एजेंडा पेश करते हुए कहा कि भाजपा की नॉर्थ एमसीडी राजन बाबू इंस्टीट्यूट में करीब 6556 वर्ग स्क्वायर मीटर ज़मीन की औने-पौने दामों में नीलामी कर रही है। करोड़ों की ज़मीन को सेंटिग करके अपने लोगों को बेच रहे हैं। डी-04 करमपुरा कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए 6,36,30,000 रुपयों की न्यूनतम बोली पर पहली बोली 6,36,90,000 की आई और दूसरी बोली 6,37,000 की आई। जबकि डी-04 करमपुरा कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए 6,36,30,000 रुपयों की न्यूनतम बोली पर पहली बोली 6,36,90,000 की आई और दूसरी बोली 6,37,000 की आई। सौरभ भारद्वाज ने इन आंकड़ों पर हैरानी जताते हुए प्रश्न उठाया कि इतनी आसपास की बोलियां कैसे आ रही हैं।
यह खुल्लम-खुल्ला चोरी और लूटा का उदाहरण है कि अस्पताल तक कि ज़मीन य़ह लोग बेचने के लिए उतारू हैं। उन्होंने कहा कि नॉर्थ एमसीडी अन्य 18 दुकानों को भी बेचने की तैयारी में है। जबकि दिल्ली सरकार पिछले सात सालों से मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए एमसीडी से ज़मीन मांग रही थी। लेकिन एमसीडी ने आजतक एक भी ज़मीन मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए दिल्ली सरकार को नहीं दी।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम लोग दिल्ली नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में प्रेसवार्ता कर रहे हैं। हमने ऐसी कई बड़ी-बड़ी संपत्तियों के बारे में बताया जिनको सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है और निगम की संपत्तियों यानी कि दिल्ली वालों की संपत्तियों की लूट चल रही है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कम्मिटी की बैठक का एजेंडा हमारे हाथ में है। यह 24 नवंबर यानी की आज का एजेंडा है। जिसमें आइटम नंबर 29 का एजेंडा लगा हुआ है जो जीटीबी नगर स्थित राजन बाबू इंस्टिट्यूट ऑफ पल्मोनरी मेडिसिन एंड ट्यूबरकुलोसिस की नगरपालिका भूमि स्थल के आवासीय समूह आवास की स्वीकृति की बात कहता है। दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोग सालों तक डीडीए से ज़मीन मांगते हैं कि हमें अस्पताल बनाने के लिए ज़मीन मिल जाए। दिल्ली सरकार पिछले सात सालों से मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए एमसीडी से ज़मीन मांग रही थी। लेकिन एमसीडी ने आजतक एक भी ज़मीन मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए दिल्ली सरकार को नहीं दी।
जहां दिल्ली में अस्पतालों के लिए ज़मीन हमेशा कम पाई जाती है। बड़ी मुश्किल से उपलब्ध होती है। वहीं पर नॉर्थ दिल्ली नगर निगम राजन बाबू इंस्टीट्यूट, जिसे टीबी का एक बड़ा इंस्टीट्यूट बताया जाता है, उसमें करीब 6556 वर्ग स्क्वायर मीटर ज़मीन की नीलामी कर रहा है। और इसको एक प्राइवेट बिल्डर को बेचकर पैसे कमाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे लगता है कि दिल्ली के अंदर जहां हमेशा अस्पतालों की जरूरत है। अस्पतालों के लिए ज़मीन की जरूरत है। यह खुल्लम-खुल्ला चोरी और लूटा का उदाहरण आपके सामने है कि अस्पताल तक कि ज़मीन य़ह लोग बेचने के लिए उतारू हैं।
एजेंडा के दस्तावेज पेश करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने कुछ दिनों पहले आपको बताया था कि यह लोग बड़ी-बड़ी ज़मीनें, प्राइम लोकेशन की ज़मीने बेच रहे हैं। इस श्रृंखला के अंदर इनका जवाब यह आया था कि नहीं-नहीं यह सब झूठ है। आम आदमी पार्टी झूठ बोल रही है। अब हम आपके सामने इसके कागज रख रहे हैं। नानीवला बाग में आज़ादपुर के पास प्लॉट ए-2/1 कॉमर्शियल कॉम्पेल्क्स के लिए इन्होंने न्यूनतम बोली 12 करोड़ 21 लाख रुपयों की रखी। जिसके लिए 2 बोली लगाई गई हैं। एक 12 करोड़ 35 लाख की है और दूसरी 12 करोड़ 38 लाख की है। और यह ज़मीन इन्होंने 12 करोड़ 38 लाख में बेच दी। हैरानी की बात है कि इतनी आसपास की बोली क्यों आ रही हैं। और 700 गज ज़मीन करीब 481 वर्ग स्क्वायर मीटर में प्राइम लोकेशन पर इतने सस्ते दामों में एमसीडी देती है।
इसके अलावा भी दो उदाहरण हैं। यह ज़मीन है डी-04 करमपुरा कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, मोतीनगर के पास, दिल्ली। यह भी प्राइम लोकेशन है। यह ज़मीन करीब 2500 गज की पड़ती है। इसका न्यूनतम मूल्य इन्होंने 6 करोड़ 36 लाख 30 हजार रुपए रखा। जिसके लिए पहली बोली 6 करोड़ 36 लाख 90 हजार की आई और दूसरी बोली 6 करोड़ 37 लाख की आई है। ऐसा लगता है जैसे सपने में शायद खुद कमिश्नर साहब पैदा हो गए। यह तो तभी हो सकता है कि खुद कमिश्नर आदेश गुप्ता के सपने में आए और बता रहे हैं कि 6 करोड़ 36 लाख जिसका मूल्य है उसकी दो बोलियां आ रही हैं वो भी बिल्कुल आसपास की। जिसमें मात्र 10 हजार फर्क है। जहां दूसरी बोली पर ज़मीन बेच दी।
18 दुकाने और बेचने की बात कही जा रही है। आज ही के एजेंडे में यह शामिल किया गया है और साफ बात यह है कि 18 दुकानों का जो दाम था, बोली का जो मूल्य लगाना था उसको इन्होंने 20% कम किया है। पहले जिन दुकानों का न्यूनतम मूल्य करीब 98 लाख था उसको कम करके इन्होंने 78 लाख कर दिया है। जहां 18 लाख था, उसको 14 करोड़ कर दिया गया है। 1 करोड़ 84 लाख जिसका दाम था उसको कम करके 1 करोड़ 47 लाख कर दिया है। 1 करोड़ 66 लाख की जो दुकान थी उसको कम करके 1 करोड़ 32 लाख कर दिया गया है। अरुणा आसफ रोड पर डिलाइट सिनेमा के पास स्थित इन 18 दुकानों को नॉर्थ एमसीडी में बेचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सीधा-सीधा सेंटिंग का खेल हो रहा है। सीधा-सीधा चोरी हो रही है। बोली लगाने वालों को बोली बताई जा रही हैं। आपस में सांठगांठ करके ज़मीनें औने-पौने दामों में दिल्ली वालों की संपत्ति को बेचकर भाजपा भागने की तौयारी कर रही है। पूरी जांच-पड़ताल की जाएगी तो यह भी पता चल जाएगा कि जो कंपनी है यह किस नेता की है। या किसका पैसा इसमें लगा हुआ है, यह भी आपको पता चल जाएगा। इस तरीके से एक बड़ी लूट को अंजाम दिया जा रहा है।
मुझे लगता है नॉर्थ दिल्ली में सबसे ज्यादा लूट चल रही है। रोज किसी संपत्ति को, कल हमने बताया था कि कैसे कम्यूनिटी सेंटर्स को यह लोग प्राइवेट लोगों को बेचने की तैयारी कर रहे हैं। जिम्स को प्राइवेट सेंटर्स को बेच रहे हैं। सीनियर सिटिजन फिजिकल सेंटर्स को यह लोग प्राइवेट लोगों को बेच रहे हैं। आज यह करोड़ों की ज़मीन को सेंटिग करके अपने लोगों को बेच रहे हैं और यह सब आपके सामने है।