अयोध्या में पहली बार भाजपा शासित 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बुधवार को एक साथ रामलला के दर्शन करेंगे। देश में इस समय 11 राज्यों में भाजपा की सरकार है। देश के विभिन्न प्रांतों के मुख्यमंत्रियों का अयोध्या में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वागत करेंगे। तैयारियों को लेकर प्रशासन और पुलिस के अफसर दिन भर जुटे रहे।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद आज अयोध्या में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री का भ्रमण कार्यक्रम है। भ्रमण कार्यक्रम के मद्देनजर मंगलवार को डीएम नितीश कुमार व एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने भ्रमण कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया। अफसरों की टीम ने हवाई पट्टी, पंचशील होटल, हनुमानगढ़ी, राम की पैड़ी, सरयू आरती स्थल, राम जन्मभूमि परिसर की व्यवस्था को देखा।
अफसरों ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली जाय। बताया गया कि महानुभावों का संभावित आगमन बुधवार को अयोध्या हवाई पट्टी पर दोपहर के आसपास होगा। इसके बाद बाईपास स्थित होटल जाएंगे। इसके बाद हनुमानगढ़ी, सरयू घाट, राम की पैड़ी और वहां से लौटकर श्रीराम जन्मभूमि परिसर का अवलोकन व दर्शन पूजन करेंगे। इसके बाद होटल पहुंचेंगे। फिर लखनऊ आदि के लिए प्रस्थान प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम में कहीं भी मीडिया से वार्ता या संवाद नहीं है।
अपर मुख्य सचिव सूचना, अपर मुख्य सचिव गृह व कमिश्नर एमपी अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह, डीएम, एसएसपी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी के साथ अन्य मुख्यमंत्री महानुभावों को विशेष व हाई सुरक्षा प्राप्त है। उनके साथ स्थानीय सुरक्षा के साथ-साथ उनके ही सुरक्षा कर्मी आ रहे हैं। इनके कार्यक्रमों के कवरेज करने के लिए सूचना विभाग उत्तर प्रदेश व एएनआई आदि की टीम आ रही है, जो आवश्यकतानुसार आवश्यक फोटोग्राफ व सूचनाओं को सोशल मीडिया, व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से उपलब्ध कराएगी और स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन व सूचना विभाग से फोटो आदि उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
बतादें की कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था व कोविड 19 के संक्रमण का ख्याल रखा जाएगा। मीडियाकर्मियों को आवश्यक सूचनाएं और फोटोग्राफ उप सूचना निदेशक डॉ. मुरली धर सिंह व मुख्यमंत्री टीम उत्तर प्रदेश से उपलब्ध कराएंगी। उप सूचना निदेशक ने बताया कि सामान्य मीडियाकर्मियों को आने जाने का या बाहर से कवरेज करने पर कोई रोक नहीं है। जिला प्रशासन से जारी नहीं किया गया है। बाहर से कवरेज किया जा सकता है। एएनआई व दूरदर्शन से सजीव प्रसारण की भी व्यवस्था की जा रही है।