भारतीय संस्कृति और सभ्यता को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की गई है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास इंडियन एयरलाइंस की सभी फ्लाइटों और देश के हवाई अड्डों पर भारतीय संगीत बजाना अनिवार्य करने का सुझाव आया है। भारतीय संस्कृति संबंध परिषद (आइसीसीआर) और संगीतज्ञों ने केंद्र सरकार से यह अपील की है। उनका तर्क है कि देश की परंपराओं को बल मिलेगा और लोगों से भावनात्मक जुड़ाव बढ़ेगा। आइये बताते हैं क्या है मामला।
इस संबंध में आइसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे और अन्य की ओर से केंद्रीय मंत्री सिंधिया को गुरुवार को एक पत्र सौंपा गया है। पत्र में कहा गया है कि भारत की एयरलाइनों में और एयरपोर्ट पर भारतीय शास्त्रीय संगीत या सुगम संगीत या वाद्य यंत्र बजाने से लोगों का अपनी संस्कृति से जुड़ाव बढ़ेगा।
सहस्त्रबुद्धे ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद बताया कि उन्होंने इस सुझाव पर विचार करने को लेकर आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि हमने लोगों के मन की बात अपने सुझाव के रूप में उनके सामने रखी है। इस बैठक में मालिनी अवस्थी, वासिफुद्दीन डागर, संजीव अभयंकर जैसे गायक भी मौजूद थे। बताया जाता है कि केंद्रीय मंत्री ने भारतीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए साहित्य महोत्सव की ही तरह संगीत महोत्सवों का भी आयोजन करने का सुझाव दिया है।
भारतीय फ्लाइटों और हवाई अड्डों पर भारतीय संगीत बजाने के संबंध में गायक और संगीत निर्देशक कौशल इनामदार ने कहा कि यह विचार सिर्फ संगीत को बढ़ावा देने के विषय में नहीं, बल्कि भारतीयता का भी है। फिल्मों में संगीत देने वाले अनुमलिक ने भी इस विचार का स्वागत करते हुए कहा कि एयरलाइंस की सभी फ्लाइटों और देश के हवाई अड्डों भारतीय शास्त्रीय संगीत या सुगम संगीत या वाद्य यंत्र बजाने से भारतीय संगीत को बढ़ावा देने में मदद मिलेगा।
भारतीय उड़ानों में भारतीय संगीत बजाने के प्रस्ताव के बारे में गायक और संगीत निर्देशक कौशल इनामदार ने कहा कि यह पूरा विचार न केवल संगीत को बढ़ावा देने के बारे में है बल्कि भारतीयता को भी बढ़ावा देने को लेकर है।