डिजिटल इंडिया ने वंशिका यादव की की इस स्टडी को सोशल मीडिया प्लेटफार्म कू पर शेयर करते हुए उनको बधाइयां भी दी
मध्य प्रदेश की केंद्रीय विद्यालय की छात्रा वंशिका यादव ने हाल ही में हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – फ्यूचर ऑफ़ द नेशन के नाम से एक इवेंट में एक प्रणाली विक्सित की है जो मरीज़ों में उम्र बढ़ने उम्र बढ़ने के साथ होने वाली गंभीर बीमारियों की जानकारी पहले से दे देगी | इस मॉडल में उपापचय यानी मेटाबॉलिक और कार्डियोवस्कुलर यानी धमनी और हार्ट संबंधी बायोमार्कर का प्रयोग किया जाएगा इसे मापने की जैविक प्रक्रिया के जरिये शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल , बॉडी मास इंडेक्स , ग्लूकोज और ब्लड प्रेशर का आंकलन कर सेहत का हाल पता लगाया जा सकता है |साथ ही लोगों के लाइफटाइम में उससे होने वाली बीमारियों का अंदेशा भी वैज्ञानिक आधार पर आंका जा सकता है |
इस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मॉडल के जरिये व्यक्ति की उम्र बढ़ने से उसके पाचन और श्वसन संबंधी रोगों के खतरे का आंकलन होगा. उम्र बढ़ने के साथ शरीर में होने वाले परिवर्तन का कोशिकाओं, मानसिक स्थिति और व्यवहार संबंधी गतिविधियों पर विपरीत असर पड़ता है|वंशिका की इस पूरी स्टडी को डिजिटल इंडिया ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया कू हैंडल पर शेयर भी किया और उनको इस छोटी सी उम्र में इतनी बड़ी स्टडी के लिए बधाइयां भी दी|
इस पूरी स्टडी में जानकारों की माने तो इस जानकारी से हम किसी बीमारी के विकास क्रम को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे. साथ ही भावी मरीजों को भी अपने बचाव के लिए पर्याप्त समय मिलेगा |
इसी के साथ जानकार ये भी कहते हैं कि इसके ज़रिये मरीजों को उस बीमारी की ओर बढ़ने से रोका भी जा सकता है और मरीज़ों को पहले से जानकारी भी मिल सकती है | इस मॉडल से दीर्घावधिक क्रॉनिक ड्रग थेरेपी का भी आंकलन किया जा सकेगा, जिससे डाक्टरों को डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के इलाज में निगरानी रखने में भी मदद मिलेगी.’