मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना के संबंध में जिला न्यायालय के समक्ष 5000 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया है, जिसमें अक्टूबर 2021 में चार किसानों सहित आठ लोगों की जान चली गई थी।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को लखीमपुर खीरी कांड में प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलने का मुख्य आरोपी बनाया गया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कहा है कि प्रदर्शन कर रहे किसानों की हत्या की सुनियोजित साजिश थी।
सूत्रों ने कहा कि चार्जशीट में पुलिस ने कहा कि उन्होंने जांच के दौरान पाया कि आशीष मिश्रा उस समय मौजूद था जब हिंसा हुई थी। चार्जशीट में आशीष मिश्रा के एक रिश्तेदार को भी आरोपी बनाया गया है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा सहित 13 आरोपियों को चार किसानों की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद लखीमपुर खीरी के तिकुनिया क्षेत्र में हिंसा भड़क उठी थी। इसमें एक स्थानीय पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ताओं और आशीष मिश्रा की कार के चालक सहित चार और लोगों की मौत हो गई, जिसने 3 अक्टूबर को किसानों को कुचल दिया था।
आशीष मिश्रा, जिन्होंने कहा है कि वह हिंसा स्थल पर मौजूद नहीं थे, को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। दास और लतीफ को पांच दिन बाद हिरासत में ले लिया गया था। किसानों ने आरोप लगाया कि हिंसा के दौरान गोलीबारी हुई और बहराइच के एक किसान की गोली लगने से मौत हो गई। लेकिन किसान की दो पोस्टमॉर्टम जांच में गोली लगने से इंकार किया गया है।