उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दलों में कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। वहीं, चुनावों के मद्देनजर सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष चुनावों में जीत हासिल करने के लिए ऐड़ी चोटी का दम लगाए हुए हैं। विपक्ष लगातार महंगाई, बेरोजगारी, अपराध और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को उछाल रही है। यूपी चुनाव में अब राजनीतिक दलों का एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप जारी है।
विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी को घेरने के लिए बड़ा हमला बोल दिया है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सोशल मीडिया एप कू पर विज्ञापनों की कटिंग पोस्ट कर कहा कि ये है 300 करोड़ रुपये जिसे जनता की भलाई के बजाय भाजपा सरकार हर महीने अपनी पार्टी के प्रचार में खर्च करती रही है। अगर इस बड़ी रकम का उपयोग यूपी की जनता के लिए किया जाता तो प्रदेश में इतनी भुखमरी व बेरोजगारी न होती।
ये है 300 करोड़ रुपये जिसे जनता की भलाई के बजाय भाजपा सरकार हर महीने अपनी पार्टी के प्रचार में खर्च करती रही है। अगर इस बड़ी रकम का उपयोग यूपी की जनता के लिए किया जाता तो प्रदेश में इतनी भुखमरी व बेरोजगारी न होती। #हरमुद्देपरविफलभाजपासरकार
इससे पहले भी सतीश चंद्र मिश्रा ने महंगाई समेत कई मुद्दों पर प्रदेश की सरकार पर सवाल उठाया है और कहा कि बसपा के शासनकाल में कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रहती थी। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि, करोना की दूसरी लहर से जो हाहाकार मचा वह प्रदेश सरकार की नाकामी का नतीजा था। महिलाओं के मुद्दे पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि हमारी पार्टी ने महिलाओं के लिए काफी काम किया। टिकट देने के मुद्दे पर मिश्रा ने कहा कि हर वर्ग के लोगों को टिकट दिया जाएगा चाहे वे महिलाएं हों या युवा हों। सतीश चंद्र मिश्रा ने काशी विश्वनाथ और अयोध्या के मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार मंदिर बनाने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक सिर्फ नींव ही रखी जा सकी है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी जोरो पर है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। सभी पार्टियां चुनावों की तैयारियों में लग गई हैं।