लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्ण नाथ में 13 महीने पहले आश्चर्य तरीके से गायब हुए वकील का कोई भी सुराग न मिलने के बाद आज सुबह से ही गायब वकील की माँ और तीन भाई नगर के सदर चौराहे पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए। इन लोगों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली सही न होने पर cbi जाँच की मांग की है और जिन लोगों पर शक है उन लोगों को जेल भेजने की भी मांग की है।
गायब वकील अजेंद्र के नाराज परिजनों ने ये भी पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा की पुलिस आरोपियों पर कोई भी कारवाही नहीं कर रही है और उनको बचा रही है जिन लोगों का नार्कोटेस्ट होना था वो भी अभी तक नहीं कराया गया है। ये भी मांग की है नार्कोटेस्ट की तरीख बताई जाये की अब कब होना है जिससे गायब वकील की गुत्थी सुलझ सके और ये पता लग सके की वकील अजेन्द्र जिंदा भी हैं या किसी षड्यंत्र का शिकार हो कर उसकी मौत हो चुकी है।
गौरतलब है इस मामले में लखीमपुर पुलिस का ढुलमुल रवैया सामने आ रहा है। एक साल से उपर का वक्त बीत जाने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है औऱ परिजन किसी अनहोनी की आशंका से मरे जा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
ये सारा मामला नगर गोला गोकर्ण नाथ है जहाँ 26 अप्रेल 2017 को वकील अजेंद्र गायब हो गया था जिसकी परिवार वालो ने गुमशुदगी की रिपोर्ट गोला कोतवाली में 27 अप्रैल को दर्ज कराई थी जिसमे अपरहण करने का आरोप उन्ही के तीन दोस्त और एक महिला दोस्त पर लगाया था जिसमे पुलिस ने जुबेर अहमद , संजय कुमार , हरीश चंद्र श्रीवास्तव और महिला मित्र आरती से पूछताछ भी की थी मगर अजेंद्र का कुछ भी पता नहीं चला।
ये सारी कारवाही शक के आधार पर की जा रही है जब की जिस दिन अजेंद्र गायब हुआ उस दिन उसी के दोस्त जुबेर से मोबाईल फोन से बात भी हुई थी इसकी जानकारी पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवा कर पता लगाया था। जिसमे ये खुलासा हुआ था परिवार वालों का आरोप है की जब पुलिस ने इन लोगों से पूछतांछ की उसके बाद तीसरे दिन फोन बंद हो गया उसके बाद कई दिनों के बाद लखीमपुर के छाउछ चौराहे से फोन को बरामद कर लिया गया मगर कोई भी पुलिस द्वारा करवाई नहीं की गई और नहीं कोई खुलासा हुआ की मोबइल कहाँ बरामद हुआ या किसके पास बरामद हुआ।
13 महीने बीतने के बाद अब परिवार वालो का सब्र ख़तम होता नजर आरहा है जबकि इसी महीने में आरोपियों का नार्कोटेस्ट भी होना था मगर प्रशासन नहीं करवाया जिससे नाराज परिवार के लोग नगर सदर चौराहे पर इंदिरा पार्क में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गई और मुख्य मंत्री को पत्र लिखकर CBI जांच की मांग की है और आरोपित लोगों को तुरंत जेल भेजने की बात कही है और इसमें आरोपित हरीश श्रीवास्तव के पिता कृष्ण मोहन जो की D,M,ऑफिस में कार्य करते उन्हें पद से हटाने की मांग की है।
रिपोर्ट-आलोक श्रीवास्तव