ज़ेबा ख़ान/ पिछले महीने के अंत से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है।अमरनाथ यात्रा में पूरा हिंदू समाज इसमें काफी आस्था रखता है। ये उन लोगों के लिए अहम पवित्र स्थलों में से एक है। ये यात्रा साल में एक बार होती है। एस यात्रा में श्रध्दालुओंं के काफी संख्या में जत्थे जाते हैं। अकसर इस यात्रा की रह में कोई न कोई रूड़ा आ ही जाता है। इस यात्रा पर आंतकी हमले की आशंका बना रहती है। लेकिन इस बार आसमानी आपदा यात्रियों के लिए नई-नई मुश्किले पैदा कर रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते एक बार फिर पवित्र अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। पहलगाम और बालटाल के रास्तों में भूस्खलन होने के कारण बाबा बर्फानी के भक्तों को आगे जाने से फिलहाल रोक दिया गया है। लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से अमरनाथ यात्रा का रूट काफी खतरनाक हो गया है।वहीं दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले में अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर मंगलवार रात भूस्खलन होने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 3 अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि तीन यात्री घायल हो गए। ये हादसा बालटाल मार्ग पर रेलपत्री और बरारीमार्ग के बीच में हुआ हैं। अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं की सुरक्षा और राहत कार्य में सेना और सुरक्षाबलों के जवान लगे हुए हैं।
आपको बता दें खराब मौसम के चलते यात्रियों को पहले भी काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। अमरनाथ यात्रा के पहले दिन भी भारी व्यवधान पैदा हो गया था। जिसके चलते सिर्फ 1,007 श्रद्धालु ही गुफा मंदिर में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर पाए थे। इसके बाद 30 जून को यात्रा पूरे दिन रूक दी गई थी। और अब बीते मंगलवार रात को ये हादसा हो गया है।भारी बारिश के चलते रास्ते में कीचड़ और फिसलन हो गई है और साथ ही भूस्खलन के कारण मलबा इकट्ठा हो गया है। रास्तों से मिट्टी हटाने का काम तेजी से जारी है। जिसके चलते अभी इस यात्रा को रूक दिया गया है।