
आरएसएस की मुस्लिम शाखा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का धर्म संसद में दिए ‘हेट स्पीच’ के बाद कहना है कि यह कुछ लोगों द्वारा की गई ‘हेट स्पीच’ की कड़ी निंदा करता है। RSS के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने धर्म संसद में दिए ‘हेट स्पीच’ की आलोचना करते हुए कहा यह एक ‘सभ्य समाज के लिए ये सही नहीं है।’ एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अख्तर ने ये भी कहा कि संघ या सरकार का ऐसी धर्म संसद से कोई नाता नहीं है।
बीते रविवार को RSS की मुस्लिम विंग एमआरएम ने उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाया और विधानसभा चुनाव में समर्थन जुटाने के उद्देश्य से मुस्लिम उलेमा और विद्वानों के साथ बैठकें की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि संगठन के 10 सदस्यों के एक दल ने अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर जिले में जागरूकता अभियान चलाया है।
एमआरएम के बयान के अनुसार, इस बैठक में एमआरएम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय ने समाज में बढ़ रही नफरत पर चिंता व्यक्त की। हाल में उत्तराखंड में आयोजित हुई ‘धर्म संसद’ में की गई ‘हेट स्पीच’ का हवाला देते हुए एमआरएम ने कहा, ‘उन्हें ऐसा लगता है कि धर्म संसद में की गई ‘हेट स्पीच’ किसी सभ्य समाज के लिए सही नहीं हैं।’
एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अख्तर ने ये भी कहा कि संघ या सरकार का ऐसी धर्म संसद से कोई नाता नहीं है और एमआरएम ऐसे आयोजनों का समर्थन नहीं करता है इसके बजाये धर्म संसद में दिए गए ‘हेट स्पीच’ की निंदा करता है।
क्या कहा गया था धर्म संसद में ?
धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ युद्ध छेड़ने का ऐलान किया गया था। इसके साथ मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ कुरान व पैगम्बर साहब के खिलाफ भी कई भद्दी और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गयाथा। जितेंद्र नारायण त्यागी, यति नरसिंहानंद व अन्य ने बाद में इस पूरे धर्म संसद का वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया था। जिसके बाद इस भड़काऊ भाषण से पूरे जिले में अशांति का माहौल बन गया। सिर्फ़ यानि नहीं इस धर्म संसद पर भारत के अलावा अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की कड़ी आलोचना और किरकिरी हुई।