लखनऊ कैंट सीट से उम्मीदवारी का विवाद खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। भारतीय जनता पार्टी में दर्जन भर उम्मीदवार इसी सीट से दावेदारी कर रहे हैं। वर्ष 2017 में यह सीट कांग्रेस से भाजपा के पाले में आई थी और इसकी वजह डॉ. रीता बहुगुणा जोशी का पंजा छोड़कर कमल का साथ देना था, जिससे इस महत्वपूर्ण सीट का गणित भी बदल गया। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में रीता बहुगुणा ने अपने बेटे मयंक के लिए इस सीट की खूब लॉबिंग की, लेकिन उन्हें सफलता मिलती नहीं दिख रही है।
माना जा रहा था कि अब मयंक जोशी, भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे। लेकिन जहां, भाजपा ने समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को अपने पाले में लाने में सफलता पाई। वहीं, अब समाजवादी पार्टी भी मयंक जोशी को अपने पाले में लाकर जवाब देने के मूड में दिखाई दे रही है। सपा प्रवक्ता फखरुल चांद हसन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू ऐप से जानकारी देते हुए कहा कि रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक आज शाम समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। आज शाम 4 बजे समाजवादी पार्टी के लखनऊ के महत्वपूर्ण नेताओं को पार्टी दफ्तर बुलाया गया है।
डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने अपने बेटे मयंक जोशी को लखनऊ कैंट से टिकट दिलाने के लिए राजनीति से संन्यास लेने तक की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा में परिवारवाद नहीं चलता है। इस कारण एक ही परिवार के दो सदस्यों को टिकट मिलना मुश्किल होगा। ऐसे में अगर पार्टी कहेगी तो वे इलाहाबाद के सांसद पद से त्यागपत्र दे देंगी। इसके अलावा वे सक्रिय राजनीति से भी दूर जाने की बात कह रही थीं। लेकिन, इस सीट के दावेदारों की संख्या इतनी ज्यादा है कि पार्टी किसी निष्कर्ष तक पहुंचने में अब तक कामयाब नहीं हो सकी। इसके बाद खबर आ रही है कि मयंक समाजवादी पार्टी से लखनऊ कैंट सीट से उम्मीदवार बन सकते हैं।