बहराइच/कैलाश मानसरोवर से दर्शन कर सिमीकोट में अत्यधिक बारिश की वजह से फंसे 329 तीर्थयात्रियों को गुरूवार को फिर सिमीकोट से नेपाल के रास्ते भारत भेजा गया। इससे पहले बुधवार को 103 यात्रियों का पहला जत्था नेपाल के रास्ते भारत वापस आ चुका है। सभी तीर्थयात्री नेपालगंज एयरपोर्ट पर प्लेन से उतरकर भारत नेपाल सीमावर्ती जिले बहराइच के रुपईडीहा पहुंचे। भारत पहुंचे तीर्थयात्रियों में तमिलनाडु, हैदराबाद, दिल्ली, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों के तीर्थयात्री शामिल हैं।
कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर नेपाल के सिमीकोट में दर्शन के लिए पहुंचा तीर्थयात्रियों का जत्था कई दिनों तक मूसलाधार बारिश के चलते फंस गया। गुरूवार को सिमीकोट में फंसे 329 तीर्थयात्रियों को सेना के जहाज से नेपालगंज लाया गया। इन तीर्थ यात्रियों में झारखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र, अांध्र प्रदेश, वेस्ट बंगाल, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तराखंड, तेलंगाना, छत्तीसगढ, तमिलनाडु, केरल, चेन्नइ, दिल्ली, हैदराबाद, के तीर्थयात्री शामिल रहें।
सभी यात्रियों को नेपाल के रास्ते भारत के सीमावर्ती जिला बहराइच के रूपइडीहा भेजा गया। डीएम ने रूपईडीहा (भारत-नेपाल बार्डर) पर पहुंचने वाले यात्रियों को सुरक्षा, सुविधा, राहत एवं खानपान तथा सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाए जाने के उद्देश्य से अधिकारियों की तैनाती की है।