तृप्ति रावत/ जम्मू-कश्मीर के पहले आईएएस टॉपर शाह फैसल विवादो में फंसते हुए साफ नजर आ रहें हैं। फैसल के खिलाफ केंद्र सरकार के पर्सनल और ट्रेनिंग विभाग की सिफारिश पर जम्मू-कश्मीर जनरल प्रशासनिक विभाग ने कार्रवाई करनी शुरु कर दी है।
शाह फैसल को भेजे गए पत्र में जीएडी के कमिश्नर सेक्रेटरी ने कहा है कि फैसल ने भारतीय सर्विस रूल 1968 का उल्लंघन किया है। आईएएस अफसर होने के नाते फैसल ने ईमानदारी से अपनी ड्यूटी नहीं निभाई। एक जन सेवक को ऐसा टवीट् नहीं करना चाहिए। फैसल के ट्वीट का स्क्रीन शाट भी जीएडी ने उन्हें भेजा है।
स्टडी लीव पर चल रहे फैसल ने जीएडी के पत्र को लव लेटर करार देकर दोबारा ट्वीट किया और उक्त पत्र को भी ट्वीटर पर डाला है। उन्होंने कहा स्वतंत्र एवं लोकतांत्रिक भारत को एक कालोनी के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने फैसल के ट्वीट को सर्विस रूल 1968 का उल्लंघन करार दिया है। फैसल के अनुसार, वह इस रूल को बदलना चाहते हैं। बस यही उनकी मंशा थी।
— Shah Faesal (@shahfaesal) July 10, 2018
दरअसल शाह फैसल ने ट्वीट कर के लिखा था कि पितृसत्ता, अशिक्षा, पोर्न, तकनीक, शराब, अराजकता, भुखमरी के कारण साउथ एशिया रेपिस्तान बनता जा रहा है।बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पर्यटन विभाग के अडिशनल सचिव फैसल इस वक्त स्टडी लीव पर हारवर्ड में हैं। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में फैसल ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी का विरोध करना नहीं है। वह सरकारी अधिकारियों की अभिव्यक्ति के आजादी के अधिकार की वकालत कर रहे हैं।