सरकार के लाख दावों और कोशिश के बावजूद ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है, भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी कर्मचारी कही न कही से रिश्वतखोरी का रास्ता ढूंढ लेते हैं जिसे वह स्वीकारने से भी पीछे नहीं हटते…एक ऐसा ही मामला गोण्डा के मनकापुर तहसील के छपिया विकास खंड से सामने आया है, जहां विकास खंड में तैनात लेखपाल रिश्वत की बात मोबाइल कैमरे में स्वीकार करते हुए कैद हो गया, जिसमें लेखपाल शिकायतकर्ता को रिश्वत के पैसे वापस करने की बात कर रहा है। वीडियो वायरल होने पर जिले आलाअधिकारियों ने वीडियो को संज्ञान में लेते हुए लेखपाल के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं और आरोपी रिश्वतखोर लेखपाल के खिलाफ जांच के बाद कड़ी कार्यवाही की बात कह रहे हैं।
मामला गोण्डा में सीकरी तप्पा कोट गांव का है, गांव के ही शिकायतकर्ता तौलमनी सिंह ने कोटेदार के मनमानियों के खिलाफ तहसील में शिकायत की थी, शिकायत पर एसडीएम ने नायाब तहसीलदार व गांव के लेखपाल को जांच के आदेश दिया। जांच के आदेशों का पालन करने के लिए जब लेखपाल गांव पहुँचा तो उसने शिकायतकर्ता से जांच के नाम 10932 रुपये की मांग की। लेखपाल मोहम्मद अकलीम रिश्वत लेने के महीनों बाद भी कोटेदार की जांच नहीं की, जांच होता न देखकर शिकायतकर्ता ने लेखपाल से अपने पैसे वापस मांगे तो लेखपाल शिकायतकर्ता बदतमीजी करने लगा, पैसा वापस न मिलता देख शिकायतकर्ता ने लेखपाल का रिश्वत की बात स्वीकार करते हुए अपने मोबाइल से स्टिंग कर लिया, जिसमे लेखपाल मोहम्मद अकलीम शिकायतकर्ता से 11000 व 5000रुपये यानी कुल 16000 रुपये लेने की बात स्वीकार करते हुए सुनाई दे रहा है।
यहीं नहीं पैसे वापस मांगने पर लेखपाल शिकायकर्ता को भूल करने की धमकी भी दे रहा है। लेखपाल की इस कारगुजारी का वीडियो वायरल होने पर एसडीएम सहित अन्य अलाधिकरियों वीडियो को संज्ञान में लेते हुए लेखपाल के खिलाफ जांच के आदेश दे दिया है, जांच के बाद दोषी लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।