नैमिष शुक्ला/सीतापुर। उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर में रेऊसा क्षेत्र के मारूवेहड ग्राम पँचायत मे बाढ़ लगातार बढ़ती नजर आ रही है जिसमे लाखों क्यूसेक पानी से घाघरा व शारदा की नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होती जा रही।जिससे दोनो नदिया उफनाई हुई है कटान भी लगातार जारी है खेती योग्य जमीने लगातार जलमग्न होती जा रही है।
तटीय लोगो की मानें तो घाघरा का जलस्तर मात्र खतरे के निसान से एक फिट नीचे होगा।उधर तीनो वैराजो से फिर तीन लाख क्यूसेक पानी छूटने की खबर है।जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है।वारिश तथा वैराजो का का जब यह पानी आज रात गुजरेगी तो बाढ़ प्रभावित इलाकों में तबाही मचा देगी।ग्रामीणों की मुसीबते लगातार बढ़ती दिख रही है ।जिसमे कोनी, फौजदार पुरवा, परमेश्वर पुरवा, पासिन पुरवा करीब सात गांव का जलस्तर इतना बढ़ा कि वह चारो तरफ से घिर चुके है उनके रास्तो पर पहले से पानी बह रहा है।तथा जब यह जलस्तर सीतापुर होते हुए गुजरेगा।तो कटैला पुरवा, लाला पुरवा, ठेकेदारपुरवा, नगीना पुरवा, श्यामनगर, दर्जिन रेती,चौकी पुरवा, लोधन पुरवा, राम लाल पुरवा, दुर्गापुरवाआदि लगभग40गांवो पर बाढ का खतरा मंडरा सकता है।
उपरोक्त गांवो में पानी प्रवेस करने का अनुमान ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा है ,प्रवेस ,धूसे पुरवा में पानी का बहाव इतना तेज था वेदराम,पप्पू आदि लोगो की शारदा की कटान में झोपडी भी बह गई।गनीमत रही कि इन लोगो ने जलस्तर बढ़ता देख नदी का रुख भांप कर उस स्थान को पहले ही खाली कर दिया था।लोगो ने करीब की सड़कों पर डेरा डाल रखा है । दुर्गापुरवा के दुवादीन,रामहेत,माया देवी,वेदराम,तीर्थ राम,चंदी देवी,आदि लोगो की करीब 22 बीघा जमीन नदी के कटान में बह गयी है । शेष जमीनो में भी कटान जारी है । पचीसा टापू के करिया,गोकरन,पपू,ब्रम्भा अपना अपना सामान समेट कर टापू से उचे स्थान पर पलायन कर गए है जब कि प्रसाशनिक अधिकारी जलस्तर में बढ़ोतरी की बात जरूर स्वीकार कर रहे।पर बाढ़ जैसे गम्भीर हालातो से नजरन्दाज कर रहे ।
ग्रामीणो ने बताया ताहपुर, बजहा,मेवड़ी छोलहा,कोनी, चौकी पुरवा, आदि जगहों पर खेती योग्य जमीनो को तेजी से कटान जरी है तथा बाढ़ की स्थित सामान्य बताई।