देश के अतिपिछड़े जिले में शुमार गोंडा में एक बाँध को लेकर फिर से राजनीति शुरु हो गई है। हर साल इस क्षेत्र के लोग बाढ़ से परेशान होते हैं कारण एल्गिन चरसणी बाँध का ना बनना है, घाघरा नदी पर इस बाँध के स्थाई न बनने से यहाँ के लोग हर साल बरसात के मौसम में बेघर हो जाते हैं जान माल का करोडों का नुकसान होता है। पूरवर्ती सरकारों पर योगी सरकार ने कमीशन खोरी का आरोप पिछले साल ही लगाया था लेकिन अभी तक यहाँ के हालात में कुछ परिवर्तन नही हुआ न ही बाँध बना और ना ही कोई स्थाई समाधान निकला। योगी सरकार के 1 साल से ज्यादा होने के बाद अब तक हालात में बदलाव ना होने पर सपा के नेता अब योगी सरकार पर कमीशनखोरी का अरोप लगा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा के प्रतिनिधि मंडल ने गोंडा जनपद के कर्नलगंज क्षेत्र स्थित ग्राम नकहरा पहुंचकर बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया। विनोद कुमार सिंह पंडित सिंह पूर्व मंत्री, योगेश प्रताप सिंह पूर्व राज्यमंत्री, महफूज खां जिला अध्यक्ष एवं एमएलसी, चेयरमैन नगर पालिका कर्नलगंज शमीम अच्छन ने बाढ़ क्षेत्र पहुँचे। पूर्व मंत्री पंडित सिंह के क्षेत्रीय लोगों से हाल-चाल पूछने पर वहां उपस्थित लोगों ने बताया कि अभी मुख्यमंत्री कल ही आए थे उन्होंने कहा यदि जरूरत पड़ेगी तो बांध बनाया जाएगा, क्षेत्र वासियों में रोष था कि जब हम लोग पूरी तरह से बर्बाद हो जायेंगे क्या तब बांध बनेगा? मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि 24 घंटे के अंदर सहायता मिलेगी परंतु अभी तक कोई सहायता नहीं मिल पाई है।
उपस्थित मीडिया के सवाल पर माननीय मंत्री पंडित सिंह ने कहा कि यहां भाजपा के नेता बंधा बनाने नहीं धंधा करने आए थे, अखिलेश यादव जी की सरकार द्वारा 97 करोड़ रू बांध हेतु स्वीकृत किया गया था, जनपद के भाजपा नेताओं का कमीशन तय न हो पाने के कारण आजतक बाँध न बन सका। पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि जल्द से जल्द समाजवादी लोगों द्वारा बाढ़ पीड़ितों को सहायता दी जाएगी।