हाल के दिनों में चक्रवातों और उनसे होने वाली गंभीर मौसमीय घटनाओं को देखते हुए केंद्रीय विज्ञान मंत्रालय ने तिरुवनंतपुरम में केरल और कर्नाटक के समुद्रों तटों पर में एक चक्रवात चेतावनी केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। मंत्रालय अगले एक महीने के भीतर इस केंद्र को स्थापित करने की योजना बना रहा है। वर्तमान में, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पास केवल चेन्नई, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, कोलकाता,अहमदाबाद और मुंबई में चक्रवात चेतावनी केंद्र हैं।
मंत्रालय 2019 के अंत तक मैंगलोर में भी एक और सी-बैंड डोप्लर मौसम राडार स्थापित करने की योजना बना रहा है, जो केरल के उत्तरी हिस्सों को कवर करेगा। वर्तमान में केरल में दो डोप्लर मौसम राडार हैं जिनमें एक कोच्चि और दूसरा तिरुवनंतपुरम में स्थित है। इन 3 राडारों के माध्यम से पूरे राज्य में बारिश और गंभीर मौसम की घटनाओं की निगरानी रखी जाएगी और लोगों को मौसम संबंधित चेतावनी पहले से ही जारी की जाएगी। आईएमडी ने अब तक कई नए प्रारूप विकसित किए हैं।
केंद्र सरकार केरल और कर्नाटक की जरूरतों को पूरा करेगी और सभी राज्यों को मौसम की चेतावनियों तथा तटीय बुलेटिन (मछुआरों आदि के लिए) जारी करने के लिए पूर्वानुमान उपकरण सहित सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराएगी। इस कदम से भारतीय मौसम विभाग के केरल में स्थित वर्तमान पूर्वानुमान गतिविधियों को और मजबूती मिलेगी।
विभाग सभी राज्यों के राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों तथी अन्य हितधारकों के साथ अगले महीने एक जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने की योजना बना रहा है। प्रभावी निर्णय लेने के लिए इस कार्यशाला में अधिकारियों को नए उपकरणों तथा उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।