राज कुमार शर्मा। दिल्ली एनसीआर में छठ पूजा का अवसर था सभी भक्त लोग अपने व्रत में सूर्य देव की शाम की पूजा करने के बाद सुबह उगते सूर्य की उपासना करने का इंतजार कर रहे थे। तभी इंद्र देव भी खुद के होने का सबूत देने आ गए। पूरे देश के अनेकों जगह और खास कर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाने वाला त्यौहार छठ पूजा में 12 तारिख को ढ़लते सूर्य को प्रणाम करने के बाद अगले दिन उगते सूर्य की आराधना करने के लिए जल में खड़े हुए थे, और साथ में ऊपर से हल्की बरिश भी होने लगी। लेकिन ये बारिश भक्तों के होसले और दृढ़ता के सामने हार मान कर कुछ देर बाद रुक गई।
देश के अनेकों शहरों में छठ पूजा का आयोजन हुआ, कहीं लोगों ने अपने आस-पास में पड़ने वाली नदियों, नहरों के घाट पर जाकर आराधना की तो कहीं लोगों ने अपने खुद अपने ही पांडाल बनाकर कर और कुंड खोद कर छठ मनाई। दिल्ली में छठ पूजा को लेकर बहुत पहले से तैयारी चल रही थी जिसमें यमुना के किनारे अनकों घाटों पर छठ का आयोजन किया गया।
नोएडा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी कराया आयोजन, बढ़ चढ़ के लिया हिस्सा
दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-44 में आऱएसएस और पूर्वान्चल सेवा समिती ने एक पार्क में चार बड़े कुंड और पांडाल बनाकर व्यवस्थित ढंग से छठ पूजा का आयोजन कराया। यहाँ हजारों की संख्या में भक्त उमड़े और पूजा अर्चना की। रात में करीब तीन बजे से ही बारिश शुरु हो गई थी और करीब साढ़े पाँच बजे तक होती रही। लेकिन लोग पांडाल में चार बजे से ही जुटना शुरु हो गए थे। आरएसएस के लोगों ने यहाँ फ्री में चाय वितरण किया साथ ही प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई। बारिश होने के बावजूद लोगों की श्रद्धा और भीड़ में कोई कमी नहीं रही। आरएसएस के ही स्वयंसेवक मृत्युंजय ने कहा की हमारा पहला प्रयास सफल रहा और हर बार ऐसा कार्यक्रम करने का प्रयास रहेगा।