मरेठ। गणेश शंकर विद्यार्थी सुभारती पत्रकारिता एंव जनसंचार महाविद्यालय में एल्युमनी मीट मिलाप-2019 आयोजित की गई। इस मीट में महाविद्यालय पूर्व विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया जिसमें मुख्य तौर पर पल्लवी, सारिका कौशिक, तान्या यादव, अलसनोबर अंसारी, हिमांशु शर्मा, प्रशांत राय, समर खान, नेहा, सचिन शर्मा, स्वाती मिश्रा, तरणदीप सिंह, आकांक्षा तोमर मौजूद रहें।
इस मीट के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नीरज कर्ण सिंह ने पूर्व छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा कि महाविद्यालय में ऐसे एलुमनी मीट होती रहने चाहिए जिससे विद्यार्थियों का अपने महाविद्यालय तथा शिक्षकों से जुड़ाव बना रहे। जीवन में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन की जरुरत होती हैं और ऐसे मीट से पूर्व छात्राओं को भी शिक्षकों का मार्गदर्शन मिलता रहता है। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के मीट से महाविद्यालय के विद्यार्थियों के बीच एक-दूसरे के सहयोग की भावना भी उत्पन्न होती है, साथ ही एल्युमनी में यह भाव हमेशा प्रधान रहता हैं कि उसे अपने संस्थान के लिए कार्य करना है और छवि निर्माण में अपनी भूमिका अदा करनी है। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान के पूर्व विद्यार्थी उसकी निधि साबित करते है।
एलुमनी मीट के दौरान पूर्व छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे तथा वर्तमान संदर्भ में महाविद्यालय की जरुरतों की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया। इस मौके पर सारिका कोशिक ने कहा कि अपना महाविद्यालय बहुत प्यारा है और इससे हमारा जुड़ाव कभी कम नहीं होगा। साथ ही हिमांशु शर्मा ने कहा कि हमारा कैपस सबसे अच्छा है। समर खान ने कहा कि जो चीजें हमने यहां सीखी हैं। वो कहीं और शायद ही सीखने को मिले। इनके साथ ही अन्य पूर्व विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव को साझा किया। इस दौरान पूर्व छात्र- छात्राओं में एक अलग लगाव देखने को मिला जिससे मालूम हुआ कि वो अपने विद्यालय की याद में भावुक हुए पूर्व विद्यार्थियों ने एक स्वर में कहा कि जिस तरह का जुड़ाव सुभारती पत्रकारिता महाविद्यालय में छात्र-शिक्षक संबंधों को लेकर ऐसा कहीं भी देखने को नहीं मिला और यही पत्रकारिता महाविद्यालय की बेस्ट प्रैक्टिस है। एल्यूमनी मीट मिलाप-2019 के आयोजन पर सुभारती विश्वविद्यलाय के कुलपति डॉ. एनके आहूजा एवम् मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज ने सभी पुरातन छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं प्रेषित की।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. मुदस्सिर सुल्तान तथा प्रिति सिंह ने संयुक्त रुप से किया। इस दौरान प्राद्यापक प्रो. अशोक त्यागी, यासिर अरफात, बीनम यादव एवं प्रिंस चौहान ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका अदा की।