![टीका लगने के बाद मासूम की मौत, 8 की हालत नाजुक डब्ल्यूएचओ की टीम मौके पर](https://namamibharat.com/wp-content/uploads/2018/06/tika-lagane-se-bachhe-ki-maut-795x385.jpg)
बहराइच। रामपुर धोबियाहार गांव में बुधवार शाम को एएनएम ने आशा बहू के साथ ग्रामीणों के घरों में पहुंचकर बच्चों को टीका लगाया। टीका लगने के एक घंटे बाद सभी की तबियत बिगड़ने लगी। देर रात एक मासूम की मौत हो गई। इसके बाद अन्य बच्चों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नानपारा पहुंचाकर भर्ती कराया गया।इलाज के बाद अब बच्चे स्वस्थ बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी भी बुखार नहीं उतरा है। सूचना पाकर मुख्य चिकित्साधिकारी व डब्ल्यूएचओ की टीम ने गांव पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
नानपारा तहसील अंतर्गत रामपुर धोबियाहार गांव में एएनएम सोनम गुप्ता की तैनाती है। बुधवार शाम को एएनएम सोनम गांव की आशा सुनीता के साथ बच्चों के टीकाकरण के लिए निकलीं। उन्होंने नौ परिवारों के बच्चों का टीकाकरण किया। शाम चार बजे टीके लगाए, लेकिन एक घंटे बाद बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी। परिवार के लोगों ने समझा कि कुछ देर बाद तबियत ठीक हो जाएगी, लेकिन रात में बच्चों की हालत नाजुक हो गई। परिवारीजनों ने एएनएम को फोन कर सूचना दी तो एएनएम ने टीका लगने के बाद मामूली तबियत खराब होने की बात कहकर किनारा कस लिया। परिवारीजन बच्चे की तबियत ठीक होने का इंतजार करते रहे। तभी देर रात रुखसाना उर्फ हिना (दो माह) पुत्री मोहम्मद अहमद ने दम तोड़ दिया। बच्ची की मौत की सूचना गांव के अन्य लोगों को मिली तो सभी दहशत में आ गए। आनन-फानन में रात में ही एंबुलेंस को बुलवाकर बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नानपारा पहुंचाया गया। यहां पर सभी बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। घटना की सूचना पाकर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार पांडेय व डब्ल्यूएचओ की टीम गांव पहुंची है।
इन बच्चों का सीएचसी में चल रहा इलाज
फातिमा (३माह) पुत्री मेराज अली,फैजान (८माह) पुत्र मकसूद, प्रांती (१०माह) पुत्री रामू, साक्षी (६माह) पुत्री विनोद सोनी, वंदना (एक माह) पुत्री कमलकिशोर, मधु (डेढ़ माह) पुत्री छंगू, राधिका (८ माह) पुत्री शोभाराम, मोहम्मद अनस (१०माह) पुत्र मोकीम
टीके का नहीं होता रिएक्शन, पहले से बीमार रहा होगा बच्चा
प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि एएनएम ने सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के बाद बीसीजी, पेंटा, आईपीबी और पीसीबी के टीके लगाए हैं। यह टीके सामान्य होते हैं। जिनसे तबियत नहीं बिगड़ती। जिस बच्चे की मौत हुई है, हो सकता है पहले से बीमार रहा हो। जांच की जा रही है।