सुधांशु पुरी/सीतापुर। सीतापुर के कुछ सरकारी विभागों की लीला भी अजब है। यहां सालों से ऑफिस खुलता नहीं लेकिन काम करोड़ों का होता है ।मामला है सीतापुर के पंचायत उद्योग का। जिसका ऑफिस स्थित है खैराबाद में।
आपको बता दें कि जिला पंचायत राज अधिकारी के अधीनस्थ एक और संस्था कार्य कर रही है जिसका नाम है पंचायत उद्योग खैराबाद और जिसका ऑफिस बना है खैराबाद उद्योग की जगह में ।यह ऑफिस करीब 6 वर्षों से नहीं खुला लेकिन यदि इसके खातों पर गौर करें और यदि इस के कामों पर गौर किया जाए तो काम करोड़ों का कर दिया गया है।
दरअसल पंचायत उद्योग खैराबाद का कार्य सरकारी विभागों में उन सामानों की सप्लाई करने का है जो सामान स्वयं पंचायत उद्योग निर्मित करता है और उसके लिए उस सामान को बनाने के लिए उसके पास सामान, मशीनरी होना अनिवार्य है लेकिन सीतापुर के पंचायत उद्योग खैराबाद की हकीकत कुछ और ही है यह पंचायत उद्योग केवल कागजों पर चलता है। सरकारी विभाग के कर्मचारी सांठगांठ करके बगैर टेंडर कराए पंचायत उद्योग खैराबाद को करोड़ों की सप्लाई का आर्डर दे देते हैं और पंचायत उद्योग खैराबाद कोई बाहरी ठेकेदार से संपर्क करके सामान की सप्लाई करोड़ों की कर देता है और विभाग से पैसा पंचायत उद्योग खैराबाद के खाते में आ जाता है इसके लिए ना तो पंचायत उद्योग खैराबाद के पास कोई मशीनरी है ना कोई सामान और सालों से इसका ऑफिस भी नहीं खुला है लेकिन सांठगांठ करके करोड़ों की खरीद-फरोख्त चल रही है जिसे देखने वाला कोई नहीं है।
यदि पंचायत उद्योग खैराबाद के खाते में विभागों से आये रुपयों की और इनके कार्यों की जांच की जाए तो कई ऐसे तत्व हैं जो सामने आएंगे और हैरान कर देने वाले होंगे क्योंकि इस पंचायत उद्योग खैराबाद द्वारा सीतापुर के सरकारी विभागों में करोड़ों की सप्लाई बढ़े हुए दामों में दी जा चुकी है।जो समान यह बनाता ही नही।
वहीं इस मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी इंद्र नारायण सिंह ने कहा कि पंचायत उद्योग खैराबाद के द्वारा जो भी कार्य कराए गए हैं पूर्व में उनकी जांच कराई जाएगी जो पैसा उन्होंने निकाला है उस पूरे पैसों की भी जांच कराई जाएगी और कार्यालय की भी जांच होगी