कोरोना संकट की वजह से प्रवासियों की घर वापसी जारी है। लाॅकडाउन शुरू होने से अब तक लगभग आठ हजार से अधिक प्रवासी अपने जनपद चमोली लौट चुके है। शनिवार को उत्तराखंड सरकार ने हरियाणा, दिल्ली और देहरादून से चमोली जनपद के 764 प्रवासियों को 43 बसों से देहरादून और हरिद्वार से चमोली के लिए रवाना किया।
हरियाणा के गुरूग्राम और दिल्ली से 41 बसों में 688 प्रवासियों को उनके गृह जनपद चमोली भेजा गया। जबकि देहरादून से दो बसों में 56 प्रवासियों को भेजा गया। इन प्रवासियों के गौचर पहुॅचने का सिलसिला जारी है।
प्रवासियों के गौचर पहुॅचने पर मेला मैदान में जिला प्रशासन द्वारा सभी की मेडिकल जाॅच कराई जा रही है। मेडिकल जाॅच के आधार पर ही प्रवासियों को फेसलिटी क्वारेन्टीन या होम क्वारेन्टीन किया जा रहा है। नियमानुसार गम्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को ही होम क्वारेन्टीन में रहने की छूट दी जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले सभी प्रवासियों को गौचर में फूड पैकेट भी बांटे जा रहे है और होम क्वारेन्टीन किए गए लोगों को गाडियों से संबधित तहसील मुख्यालय तथा यहाॅ से उनके घर गांव भेजा जा रहा है। देर रात गौचर पहुॅचने वाले प्रवासियों के लिए गौचर में ही ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार गौचर में एसडीएम वैभव गुप्ता, तहसीलदार सोहन सिंह रांगड, एआरटीओ आल्विन राॅक्सी सहित स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम, तहसील प्रशासन एवं नगर पालिका के कार्मिक ड्यूटी पर पूरी तरह से मुस्तैद है। सभी प्रवासी उत्तराखंड सरकार एवं जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं से बहुत खुश है और संकट की इस घडी में मदद पहुॅचाने के लिए आभार व्यक्त कर रहे है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार फेसलिटी क्वारेन्टाइन सेंटर में प्रवासियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई है। फेसलिटी सेंटरों में रखे गए लोगों के लिए भोजन, पेयजल, आवास, मनोरंजन, जरूरी सामान इत्यादि की समुचित व्यवस्थाएं की गई है। किसी भी सुझाव या शिकायत के लिए पंजिका रखी गई है। कतिपय लोगों द्वारा कुछ जरूरी सामान मांगे भी जा रहे है, जिन्हें नियमानुसार स्थानीय बाजारों से उपलब्ध कराया जा रहा है। फेसलिटी क्वारेन्टाइन सेंटर में प्रवासियों की मेडिकल टीम द्वारा दिन दो बार मेडिकल जाॅच भी की जा रही है। अभी तक सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य की स्थिति सामान्य है।
रिपोर्ट- संतोष नेगी