मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश में फंसे नेपाल के सैकड़ों नागरिकों ने गुरुवार रात महाराजगंज जिले के सोनौली बॉर्डर पर जमकर हंगामा किये। नेपाली नागरिकों ने कहा, उन्हें अपने देश लौटने की अनुमति दी जाए, लेकिन नेपाल प्रशासन व सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें लेने से इंकार कर दिया। इससे गुस्साए नेपाली नागरिकों ने बॉर्डर पर नेपाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इनके बढ़ते आक्रोश को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियां व लोकल पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।कोरोनावायरस से बचाव के लिए देश में लॉकडाउन घोषित होने के बाद भारत और नेपाल की सभी सीमाओं को सील कर पब्लिक मूवमेंट्स पर रोक लगा दी गई थी, जिसके कारण भारी संख्या में नेपाली नागरिक भारत के विभिन्न स्थानों में फंस गए थे।
गुरुवार रात करीब 150 की संख्या सोनौली सीमा पर पहुंचे नेपाली नागरिकों ने जमकर हंगामा काटा। नेपाली नागरिक नेपाल में इंट्री नही मिलने से नाराज थे। इनका कहना था कि ये लोग अलग-अलग जगहों पर अपना क्वारैंटाइन अवधि पूरा कर यहां आए हैं। इसका उनके पास प्रमाणपत्र भी है, लेकिन नेपाल सरकार उनको प्रवेश नहीं दे रही है।हंगामे की सूचना पाकर एसडीएम नौतनवां जसधीर सिंह, सीओ राजू कुमार साव, एसएसबी के अधिकारी बॉर्डर पर पहुंचे। अधिकारियों ने उन्हें समझाया बुझाया। आश्वासन दिया कि जब नेपाल प्रशासन जाने की अनुमति देगा तो उन्हें यहां से भेज दिया जाएगा। सभी लोगों के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में खाने पीने की समुचित व्यवस्था है। इसके बाद लोगों का गुस्सा ठंडा हुआ और नेपाली नागरिक सोनौली कस्बे में बने क्वारैंटाइन सेंटर में चले गए। इसके बाद अफसरों ने राहत की सांस ली। बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।