मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है।लखनऊ में बुधवार को कुल 21 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 9 मरीज सीएम हेल्पलाइन ऑफिस के कर्मचारी हैं। बताया जा रहा है कि सभी 9 कर्मचारी गोमती नगर इलाक़े के सीएम हेल्पलाइन नंबर के दफ्तर में काम करते हैंं।हेल्पलाइन के 9 सरकारी कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजीटिव पाये गये सभी कर्मचारी गोमतीनगर क्षेत्र में रहते भी हैं। इस घटना के बाद राजधानी का सबसे पॉस इलाका दहशत में है। राजधानी में सबसे ज्यादा रसूखदार लोग इसी क्षेत्र में रहते हैं। इसके साथ ही जीआरपी के 4 जवान सहित चौपटिया से एक परिवार के 3 सदस्य भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। ऐशबाग
सिकंदर बाग, हरिहर नगर, चौक, और कैंट से एक-एक मरीज मिले हैं। मंगलवार को लखनऊ पीजीआई में अंबेडकरनगर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की कोरोना से हुई मौत से स्वास्थ्य महकमा भी हिल गया है। हालाकि गोरखपुर, कानपुर, आगरा, नोयडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ और मुरादाबाद में भी स्वास्थ्य कर्मी कोरोना के जद में आ चुके हैं। कोरोना के संदेह में राज्य के चिकित्सा मंत्री जय प्रताप सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना दोनों को टेस्ट से गुजरना पड़ा। प्रदेश में पुलिस महकमा भी तबाह हो चुका है। मुरादाबाद में आज कोरोनाग्रस्त एक इंस्पेक्टर की मौत हो गयी।