
कोविड-19 के खिलाफ जंग में एक उल्लेखनीय मदद करते हुए राष्ट्रीय खनन कंपनी कोल इंडिया की इकाई नॉर्दन कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने 50 एम्बुलेंस खरीदने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य को पांच करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। एनसीएल के सीएमडी श्री प्रभात कुमार सिन्हा और निदेशक (कार्मिक) श्री बिमलेंदु कुमार ने उक्त राशि का एक चेक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को आज लखनऊ में सौंपा।
एनसीएल के सीएमडी श्री सिन्हा ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों में एनसीएल के कोयला कारोबार हैं। मैंने माननीय मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया है कि एनसीएल राज्य के ताप बिजली संयंत्रों को पर्याप्त मात्रा में कोयले की आपूर्ति जारी रखेगी। इसके अलावा, एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक होने के नाते हम राज्य के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमने इस चुनौतीपूर्ण समय में एम्बुलेंस खरीदने के लिए राज्य को अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत राज्य को 5 करोड़ रुपये का योगदान किया है।’
एनसीएल एक मिनीरत्न कंपनी है जो कोल इंडिया की तीन सहायक कंपनियों में से एक है। यह प्रति वर्ष 100 मिलियन टन (एमटी) कोयले का उत्पादन और आपूर्ति करती है। कंपनी कुल 10 कोयला खदानों से कोयले का खनन करती है जिसमें से 4 खदान उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में हैं। कंपनी के कुल कोयला उत्पादन में इनका योगदान 20 प्रतिशत है। कंपनी 57 प्रतिशत कोयले की आपूर्ति उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं को करती है जिनमें से अधिकतर बिजली संयंत्र हैं। कंपनी के 14 प्रतिशत कोयले की आपूर्ति उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (यूपीआरवीयूएनएल) के ताप बिजली संयंत्रों को की जाती है।
कंपनी ने उत्तर प्रदेश में विभिन्न सीएसआर पहल की है और पिछले पांच वर्षों के दौरान राज्य में विभिन्न विकास परियोजनाओं पर 80 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इन परियोजनाओं में मुख्य तौर पर 80 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सौर ऊर्जा विद्युतीकरण, वाराणसी की 13 पंचायतों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए वित्तीय सहायता, बनारस रेलवे स्टेशन के पास इको पार्क का निर्माण, 1,800 सरकारी स्कूलों में लगभग 15,000 फर्नीचर का वितरण, स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, सड़कों का निर्माण, युवाओं में कौशल विकास आदि शामिल हैं।
एनसीएल ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 108 मिलियन टन (एमटी) कोयले का उत्पादन किया था और उसकी कोयले की आपूर्ति (डिस्पैच) 107 एमटी से अधिक रही। पिछले वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कोयला उत्पादन और डिस्पैच दोनों 106.25 एमटी के निर्धारित लक्ष्यों से अधिक रहा। चालू वित्त वर्ष में कंपनी को 113.25 एमटी कोयले का उत्पादन करना है और इसमें 45 प्रतिशत से अधिक का उतपादन पहले ही किया जा चुका है।