धर्मवीर गुप्ता
प्रदेश की योगी सरकार धान के ख़रीद व भुगतान को गंभीरता से ले रही है लेकिन सिद्धार्थनगर ज़िले में खरीद केंद्रों के ज़िम्मेदार इसे गंभीरता से नही लेते है. ताजा मामला ज़िले के जोगिया धान क्रय केंद्र का है जहां पर कई किसानों ने प्रदर्शन किया और क्रय केंद्र को घंटों तक घेरा डाले रहे.
मौजूद किसानों ने आरोप लगाया है कि दो महीने से चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनके धान की खरीद नही हो पा रही है. वहीं किसान राम प्रसाद ने क्रय केंद्रों के कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि उनके 67 क्विंटल धान की खरीद में धान ओसवाई व पल्लेदारी के नाम पर 3500 से 4000 रुपये उसके खाते में काट कर उसका भुगतान किया गया है.
वहीं केंद्र प्रभारी ने मामले को लेकर बताया कि जो किसान आरोप लगा रहे हैं उनका टोकन नंबर लगा था लेकिन वह उस दिन पर मौजूद नही थे तो उनके जगह किसी और किसान की तौल करवा दिया गया और दोबारा नम्बर लगा कर उनकी तौल करवाई जाएगी।
वहीं खाते में कम भुगतान को लेकर कहा कि उन पर लगे आरोप झूठा है औऱ 20 रुपये पल्लेदारी सभी से लिया जा रहा है और जो आरोप लगा रहे हैं उनकी दो बार खरीद हो चुकी है औऱ वह किसी किसान के दूसरे पेपर पर अधिक तौल करवाना चाहते हैं और हमारे कर्मचारियों से भी बदतमीजी कर रहे हैं ऐसे में किसानों के साथ हो रहे इस लापरवाही के लिए ज़िम्मेदार कौन हैं और किसानों के नाम पर धान तौल में घपलेबाजी पर कार्यवाही कब होगी ये बड़ा सवाल है.