उत्तर प्रदेश के गोंडा में गन्ना किसानों ने भारी संख्या में एकत्रित होकर बजाज चीनी मिल का घेराव किया है. यह घेराव अवध केसरी सेना के नेतृत्व में किया गया है। किसानों का कहना है कि बजाज चीनी मिल लगातार गन्ना किसानों का शोषण कर रही है। घटतौली और बकाया का आरोप लगाते हुए किसानो ने बताया कि बजाज चीनी मिल मनमानी करती है, अभी भी करीब 146 करोड़ रुपये किसानों का बकाया है और सैकड़ो किसानों की मेहनत व लागत का पैसा मिल दबाकर बैठा है। शासन द्वारा जारी किए गए आदेशों की बजाज चीनी मिल द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
बजाज चीनी मिल कुदुरिखी द्वारा पिछले सत्र का किसानों का करीब 140 करोड़ रुपए का भुगतान न किए जाने के कारण किसान काफी परेशान हैं। किसानों का आरोप है कि मिल प्रबंधन द्वारा कई बार भुगतान का आश्वासन देने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया है। जिससे उनकी माली हालत दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। प्रदर्शनकारी किसानों से मिल प्रबंधन की अबतक हुई वार्ता का कोई निष्कर्ष नही निकला है और बातचीत विफल रही है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अवध केसरी सेना के प्रमुख नीरज ठाकुर ने बताया कि चीनी मिल द्वारा गन्ना किसानों का दो-दो वर्ष तक का भुगतान न किए जाने से किसानों की हालत काफी खराब हो गई है, मिल प्रबंधन से हम लोगों की हुई वार्ता के क्रम में उनके द्वारा यह बताया गया है कि 20 फरवरी तक हम किसानों का पिछले वर्ष का बकाया भुगतान कर देंगे। इसके बाद नए सत्र का प्रत्येक 20 दिन पर भुगतान करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक मिल प्रबंधन द्वारा हम लोगों को लिखित रूप से इन बातों का आश्वासन नहीं दिया जाता है। तब तक हम लोगों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।