नितिन उपाध्याय/रवि..दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि यह विस्मित करता है कि देश के चार राज्यों के मुख्यमंत्री केवल भाजपा के प्रति राजनीतिक द्वेष के चलते लापरवाही पूर्वक दिल्ली के नागरिकों को भारी पानी, बिजली एवं प्रदूषण संकट में ड़ाल कर हड़ताल कर रहे है मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का समर्थन कर रहे हैं।
श्री तिवारी ने चारों मुख्यमंत्रियों सुश्री ममता बनर्जी, श्री चन्द्रबाबू नायडू, श्री कुमारस्वामी एवं श्री पिनारी विजयनन का ध्यान पंजाब आम आदमी पार्टी नेता सुखपाल खैरा के 2020 जनमत संग्रह सम्बंधी विवादित बयान की ओर आकृष्ट करते हुऐ मांग की है कि चारों मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के जनमत संग्रह के इस असंवैधानिक प्रस्ताव पर अपना मत स्पष्ट करें।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि यह भी आश्चर्यचकित करता है कि राज्य में ईद समारोह में शामिल होने के नाम पर नीति आयोग की बैठक स्थगित करवाने वाली सुश्री ममता बनर्जी ईद के दिन दिल्ली में असंवैधानिक राजनीति को बढ़ावा देने में अग्रणी रहीं।
श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि देख कर दुख हो रहा है कि बंगाल में विपक्ष पर हिंसक अत्याचार करने वाले तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में लोकतंत्र की बात कर रही हैं।
यह और भी हास्यापद है की लोकतंत्र की इस दिखावटी लड़ाई में तृणमूल कांग्रेस का नया प्रमुख नया साथी बना है केरल का माक्र्सवादी शासन। बंगाल एवं केरल वह दो राज्य है जहाँ सत्ताधारी दल विपक्ष के प्रति हिंसक अत्याचारों के कीर्तिमान बना रहे हैं।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने कहा है कि अब जब यह चार राज्यों के मुख्यमंत्री दिल्ली में चल रहे राजनीतिक नाटक के पात्र बन ही गये तो हम इनसे आह्वान करते हैं कि दिल्ली की जनता की समस्याओं को समझें और अपने मित्र अरविन्द केजरीवाल से कहें की वह हड़ताल छोड़ कर दिल्ली वालों के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करते हुए पानी, बिजली एवं प्रदूषण संकट का हल करने के लिये काम करें।