मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कानपुर और गोंडा के बाद अब मुख्यमंत्री योगी के गृह जनपद गोरखपुर में बदमाशों ने छठवी में पढ़ने वाले एक बच्चे का अपहरण कर सनसनी फैलाने की कोशिश की है। यहां पिपराइच के जंगल छत्रधारी गांव से कक्षा छः के बालक बलराम गुप्ता को अगवा कर एक करोड़ रुपए की फरौती मांगी गई है। गरीब पिता एक करोड़ की व्यवस्था न कर सका तो बच्चे का शव मिला। बता दें कि रविवार शाम पांच बजे परिवारीजनों की सूचना के बाद बच्चे की तलाश में पिपराइच पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ की टीम को भी लगा दिया गया है। जंगल धूसड़ से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाले एक दुकानदार और एक प्रापर्टी डीलर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। बलराम के साथ अक्सर खेलने वाले उसके दोस्तों से भी घटना के बारे में जानकारी ली जा रही है।
जंगल छत्रधारी गांव के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्त, घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम दिन में 12 बजे के आसपास खाना खाने के बाद टी शर्ट और पैंट पहनकर दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा। तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने उन्हें बताया कि बलराम का अपहरण कर लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो अगली फोन रकम कब और कहां पहुंचानी है बताई जाएगा। इतना कहने के बाद उसने फोन काट दिया। महाजन ने उस नंबर पर फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला, लेकिन थोड़ी देर बाद 10-10 मिनट के अंतरातल पर उसी नंबर से दो बार फिर फोन आया और दोनों बार बलराम को अगवा कर लिए जाने की बात दोहराते हुए एक करोड़ रुपये का इंतजाम करने की बात भी दोहराई गई।
महाजन को बेटे के अगवा होने की बात पर भरोसा नहीं हो रहा था। इसलिए उन्होंने पहले उसको गांव में तलाश किया। काफी तलाश करने के बाद भी जब उसका कहीं पता न चला तो उन्होंने लोगों को बेटे को अगवा किए जाने को लेकर आए फोन और एक करोड़ रुपये फिरौती मांगे जाने के बारे में बताया। लोगों के कहने पर शाम पांच बजे 112 नंबर पर फोन कर उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी।बच्चे को अगवा कर लिए जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस से लेकर अधिकारियों तक के होश उड़ गए। कुछ ही देर में क्षेत्राधिकारी चौरीचौरा रचना मिश्रा के अलावा पिपराइच और गुलरिहा थाने की पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ गोरखपुर की टीम मौके पर पहुंच गई। बलराम के साथ अक्सर खेलने वाले बच्चों से जानकारी लेने के बाद पुलिस ने संदिग्धों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।