दिल्ली/मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए आप पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भरद्वाज ने कहा कि ये बड़ी ही हैरान करने वाली बात है की भाजपा उन अधिकारीयों का बचाव कर रही है, जिनके सहयोग से पिछले कई सालों से राशन वितरण में एक बड़े स्तर का घोटाला चल रहा है! भाजपा का ये रुख साफ़ साफ़ दर्शाता है की भाजपा राशन माफियाओं के साथ मिली हुई है!
राशन विभाग के अधिकारीयों ने केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली में 3 लाख गरीब परिवारों के राशन कार्ड रद्द कर दिए! अगर ये राशन कार्ड फर्जी हैं तो सवाल ये उठता है कि भाजपा और भाजपा के द्वारा निर्वाचित उपराज्यपाल साहब, और सम्बंधित अधिकारी इस सवाल पर क्यों चुप है कि इन फर्जी राशन कार्डो के लिए कौन जिम्मेदार है! ये राशन कार्ड कब बने और किसके इशारे पर बने, क्या तत्कालिक शीला दीक्षित सरकार और अधिकारीयों के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई! जवाबदेही तो तय करनी पड़ेगी!
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2018 में दिल्ली सरकार ने राशन वितरण में एक बड़े घोटाले का पर्दा फाश किया था! दिल्ली सरकार ने पाया की एक ही मोबाइल नंबर पर हजारों राशन कार्ड रजिस्टर्ड किये हुए है! दिल्ली सरकार ने इसकी जानकारी साक्ष्यों समेत उपराज्यपाल साहब को भी दी थी! हम भाजपा और दिल्ली के उपराज्यपाल को चुनौती देते है की वो जनता के सामने आएं और बताएं की अब तक उस मसले पर क्या कार्यवाही की गई! और अगर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है, तो ये इस बात को दर्शंता है की पहले कॉंग्रेस और अब भाजपा की मिलीभगत से ही राशन वितरण में ये भ्रष्टाचार फल फूल रहा है!
राशन जो उन्हें मिलना चाहिए वो उन्हें नहीं मिल पाटा है, बल्कि उसे राशन माफियाओं द्वारा काला बाजारी के तहत मार्किट में बेच दिया जाता है!
यही सब कारण है जिनकी वजह से दिल्ली में राशन वितरण में एक बड़े स्तर का भ्रष्टाचार चल रहा है! और इसी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ही दिल्ली सरकार बार बार डोर-स्टेप-डिलिवरी की मांग कर रही है!