उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी प्रदेश में कई रैलियां कर रहे हैं। रविवार को उन्होंने कहा कि योगी सरकार को राज्य के लोगों की कोई फिक्र नहीं है। गौरतलब है कि 28 नवंबर रविवार को ओवैसी ने बलरामपुर जिले में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, यूपी में मुस्लिमों की इज्जत गाय से कम है।
उन्होंने कहा कि “उतर प्रदेश में गाय की बहुत इज्जत है लेकिन मुसलमानों की नहीं। यहां गाय को इंसानों से अधिक इज्जत दी जाती है।” ओवैसी ने बीजेपी को झूठ की फैक्ट्री बताते हुए कहा, “बीजेपी झूठ को ऐसा पेश करती है कि लोग उस झूठ को सच मानने लगते हैं।” उन्होंने चीन को लेकर कहा कि “भारत की जमीन पर चीन बैठा हुआ है लेकिन इन लोगों को शर्म नहीं आती है।
औवैसी ने बलरामपुर में शोषित वंचित समाज के सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “जिन्ना और पाकिस्तान से भाजपा को इतना प्यार है कि हम किसानों के लिये गन्ना-गन्ना कर रहे हैं और बीजेपी-आरएसएस जिन्ना-जिन्ना कर रही है। उन्होंने कहा कि हमनें जिन्ना को 75 साल पहले उखाड़ कर फेंक दिया था।”
ओवैसी ने कहा, “सेक्युलरिज्म को बचाने की जिम्मेदारी सिर्फ मुस्लिमों पर डाल दी जाती है। मुस्लिमों के गले में सेक्युलरिज्म नाम का सांप डाल दिया जाता है। यह सांप हमको ही डंसता है, उनको(गैर-मुस्लिमों को) नहीं डंसता। हम बर्बाद होकर रह गये। 60 साल भारत के मुसलमानों ने सेक्युलरिज्म के नाम पर तमाम पार्टियों को वोट दिया लेकिन बताइये कि आपने क्या हासिल किया।”
CAA, NRC पर ओवैसी का बयान: बता दें कि इससे पहले 21 नवंबर को बारांबकी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने CAA, NRC पर कहा था कि अगर केंद्र सरकार किसान कानून की तरह CAA, NRC को वापस नहीं लेती है तो बाराबंकी को शाहीन बाग बना देंगे।
उन्होंने कहा था कि “सीएए संविधान के खिलाफ है, अगर भाजपा सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और यहां एक और शाहीन बाग बन जाएगा।”
जिन्ना पर भी बवाल: बता दें कि यूपी चुनाव में को लेकर जिन्ना के नाम पर भी खूब बवाल मच चुका है। इससे पहले यूपी के हरदोई में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कहा था कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, जवाहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी के आजादी के योगदान के क्रम में जिन्ना भी शामिल थे।